सीधी(ईन्यूज एमपी)-पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि गौ-वंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सरकार कटिबद्ध है। वचन-पत्र के वादे के मुताबिक सरकार क्रमबद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में गौ-शालाओं का निर्माण करा रही है। पहले चरण में प्रदेश में एक हजार गौशालाओं का निर्माण किया गया है। अगले वर्ष के लिए 3 हजार नवीन गौशालाओं के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं के प्रभावी संचालन से कृषकों को ऐरा प्रथा से राहत मिलेगी, इसके लिए स्थान एवं संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में गौशाला का निर्माण किया जायेगा। सर्वप्रथम नदी के किनारे वाले ग्रामों को चिंहांकित किया जा रहा है। ग्रामीण विकास मंत्री श्री पटेल जनपद पंचायत सिहावल के ग्राम पंचायत लिलवार में 53.81 लाख रुपये लागत के मुख्यमंत्री गौ सेवा केन्द्र अंतर्गत राधाकृष्ण गौशाला निर्माण एवं चारागाह विकास एवं नर्सरी निर्माण के लोकार्पण के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मंत्री श्री पटेल द्वारा 20 लाख रुपये लागत के सामुदायिक भवन का भूमिपूजन किया गया। ग्रामीण विकास मंत्री श्री पटेल ने कहा कि गौ-वंश के संरक्षण के साथ ही गौ-शालाएं ग्रामीण क्षेत्रों में आय वृद्धि का साधन बनें, सरकार इस लक्ष्य के साथ काम कर रही है। गौशालाओं को सर्व सुविधा युक्त एवं आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जायेगा। गौ-मूत्र और गोबर से जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ ही इनके विभिन्न उत्पादों के विपणन को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे गौ-पालन से जुड़े लोगों की आय में वृद्धि होगी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों भी बनेंगे। उन्होंने उपस्थित ग्रामवासियों को गौ सेवा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि लिलवार की गौशाला का संचालन एक आदर्श गौशाला के रूप में किया जाये जिससे जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश से लोग यहाँ से सीखने आयें। यह सब ग्राम वासियों की सक्रिय सहभागिता से ही संभव है। सरकार ने जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन का कार्य किया है पंचायत मंत्री श्री पटेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए एक नए नजरिए और दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है। घोषणाएं न करके यह सरकार जमीनी-स्तर पर काम करके जनता का विश्वास प्राप्त करना चाहती है। सरकार आम जनता की आस्था को ध्यान में रखकर काम कर रही है। एक साल के कार्यकाल में वचन-पत्र के 365 बिन्दुओं को पूरा किया गया है। किसानों की ऋण माफी, बिजली बिल में राहत, दोगुनी पेंशन राशि के साथ ही कन्यादान योजना की राशि भी बढ़ाकर 51 हजार रुपये की गई है। उन्होंने कहा कि यह सरकार गरीबों एवं किसानों के हितों की रक्षा के लिए सतत् रूप से कार्य कर रही है। सरकार ने जो भी वचन दिए थे उन्हें योजनाओं के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। पंचायत मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी पात्र हितग्राहियों को सहज रूप से योजनाओं का लाभ मिले। कोई भी पात्र हितग्राही अपने वैध कामों के लिए भटकना नहीं चाहिए। योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा हिमांशु तिवारी ने बताया कि प्रथम चरण में जिले में 15 गौशालाओं की स्वीकृति मिली थी, जिसमें से 13 गौशालाओं का निर्माण पूर्ण हो गया है तथा 2 प्रगतिरत हैं। अगले वित्तीय वर्ष के लिए 45 गौशालाओं का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसके लिए संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर स्थानों का चिन्हांकन किया जा रहा है। कार्यपालन यंत्री ने बताया कि लिलवार में राधाकृष्ण गौशाला निर्माण की अनुमानित लागत राशि 27.72 लाख रूपये है। इसके साथ ही 15 लाख रूपये लागत से 2 हेक्टेयर में चारागाह निर्माण, 3.10 लाख रूपये लागत से डक पौंड (तालाब), 7 लाख रुपये के पीसीसी रोड एवं एक लाख रुपये के ट्यूब वेल का निर्माण किया गया है। उन्होने बताया कि 40 मीटर लम्बा एवं 7 मीटर चैड़ा एक शेड बनाया गया है, जिनमें 100 गायों के रखने की व्यवस्था है। भूसा गोदाम की लम्बाई 18 मीटर एवं चैड़ाई 8 मीटर है, जिसमें 6 माह के लिए भूसा रखने की व्यवस्था है। इसके साथ ही चैकीदार कक्ष, बछड़ा घर, शौचालय एवं नाडेफ इत्यादि की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष सिहावल श्रीमान सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ए. बी. सिंह, उपखण्ड अधिकारी सिहावल सुधीर कुमार बेक, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. एम. पी. गौतम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग डा. के. के. पाण्डेय, सरपंच अंतिमा कोल, गणमान्य नागरिक रामनारायण सिंह, विनय सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण अधिकारी-कर्मचारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहें।