नई दिल्ली (ईन्यूज़ एमपी): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक पांच बड़े फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कहा कि “आतंकियों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी।” इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। भारत के पांच बड़े फैसले: 1. सिंधु जल संधि को स्थगित किया गया। 2. अटारी चेक पोस्ट को बंद करने का फैसला। 3. सार्क वीजा छूट योजना रद्द, पाक नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश। 4. पाक उच्चायोग में राजनयिकों की संख्या घटाकर 30 की गई। 5. पाकिस्तानी रक्षा सलाहकारों को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर निष्कासन। पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर सन्नाटा पसरा है और भारी सुरक्षा हटाई जा चुकी है। भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर से अपने देश लौट रहे हैं। वहीं, ब्रिटेन सहित कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने भारत के साथ संवेदना जताई है। पाकिस्तान में मची खलबली, भारतीय कार्रवाई से घबराया मास्टरमाइंड हमले के मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद कसूरी ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है और हमले से पाकिस्तान का कोई संबंध नहीं होने का दावा किया है। वहीं पाकिस्तानी एजेंसियों ने आतंकी हाफिज सईद का पुराना वीडियो वायरल कर भारत को धमकी देने की कोशिश की है। सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट, सीमाओं पर सेना सक्रिय घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करते हुए सुरक्षाबलों ने पुंछ और उधमपुर में कार्रवाई शुरू की है। सरकार ने पीएम पैकेज के तहत काम कर रहे कर्मचारियों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ की अनुमति दी है। राजनीतिक मोर्चे पर भी एक्शन, बुलाई गई सर्वदलीय बैठक प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है जिसमें सुरक्षा हालात और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे।