इंदौर (ईन्यूज़ एमपी): मध्यप्रदेश में निवेश और तकनीकी विकास के नए दौर की शुरुआत हो गई है। इंदौर में आयोजित एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 में प्रदेश को 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे 75 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कॉन्क्लेव में ऐलान किया कि भोपाल में इलेक्ट्रॉनिक पार्क और इंदौर में आईटी टावर का निर्माण किया जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रदेश में आज 6 आईटी पार्क सक्रिय हैं और अब नए आईटी टावर और डिजिटल हब की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में निवेश के अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। रीवा, सागर, नर्मदापुरम और शहडोल जैसे क्षेत्रों में भी उद्योगपति आ रहे हैं और तेजी से प्रोजेक्ट्स लग रहे हैं। इंदौर का इंद्र दरबार से भी मुकाबला: मुख्यमंत्री ने इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि “मां अहिल्या की नगरी” ने ग्रीन नगरी बनने की दिशा में भी नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सीएम ने हंसते हुए कहा कि आज इंदौर का दरबार इतना भव्य हो गया है कि इंद्र का दरबार भी इससे कॉम्पटीशन कर रहा होगा। कॉन्क्लेव के बड़े ऐलान: -इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजी का क्षेत्रीय केंद्र बनेगा, जो डिजिटल नवाचार और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देगा। -एग्रीटेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस आईआईटी इंदौर में स्थापित होगा, जो कृषि नवाचारों को नई तकनीकों से जोड़ेगा। -एमपी डिजिटल इकोनॉमी मिशन का गठन किया जाएगा ताकि निवेशकों को बेहतर सुविधा मिल सके। -इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में 4 नए आईटी सुविधा केंद्र बनेंगे। -भोपाल में आईटी पार्क टावर का निर्माण 125 करोड़ की लागत से होगा, जिसमें 3 लाख वर्गफुट का लीजेबल स्पेस तैयार होगा। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर में प्लग एंड प्ले सुविधा विकसित की जाएगी, जिससे टेक स्टार्टअप्स को तैयार इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा। बड़ी कंपनियों से बड़े निवेश की मांग: पंचशील कंपनी ने 1000 करोड़ के निवेश की घोषणा की, लेकिन सीएम मोहन यादव ने उनसे 5000 करोड़ तक निवेश बढ़ाने की अपील कर दी। प्रदेश बदल रहा है: मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 10-15 साल पहले तक एमपी में इस तरह के आयोजन और निवेश की कल्पना भी मुश्किल थी। लेकिन आज मध्यप्रदेश देश में विकास और उद्योग के नए मानक गढ़ रहा है।