भोपाल (ईन्यूज़ एमपी): मध्यप्रदेश में बीजेपी ने बगावती सुरों पर बड़ा फैसला ले लिया है। पार्टी लाइन क्रॉस करने वाले नेताओं पर अब सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि जिम्मेदारियों से भी बेदखली की कार्रवाई होगी। पार्टी ने साफ कर दिया है — “जो पार्टी के निर्णयों के खिलाफ चलेगा, उसे संगठन में कोई अहम पद नहीं मिलेगा।” कौन-कौन आए निशाने पर? पूर्व मंत्री प्रीतम लोधी, प्रदीप पटेल, चिंतामणि मालवीय, गीता अग्रवाल, भूपेन्द्र सिंह, संगीता तिवारी, सहित अन्य नेताओं के नामों को लेकर संगठन में हलचल है। इन पर विधानसभा चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप लगे थे। गोपनीय रिपोर्ट तैयार, शीर्ष नेतृत्व सख्त! सूत्रों की मानें तो प्रदेश संगठन ने ऐसे नेताओं की एक गोपनीय रिपोर्ट तैयार कर राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि इन नेताओं की बयानबाजी और कार्यशैली पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रही है। प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने भी कहा है कि “अगर किसी ने पार्टी के निर्देशों की अनदेखी की, तो उस पर कार्रवाई तय है। जरूरी नहीं कि सबको पद दिया जाए।” अब तय है — पद देंगे समय, मगर रखी जाएगी नजर! पार्टी के वरिष्ठों का साफ संदेश है — “अगर आपने संगठन की मर्यादा लांघी, तो न तो आपको कोई दायित्व मिलेगा और न ही भविष्य में कोई भूमिका।”