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आनंद विभाग का गठन और नर्मदा सेवा यात्रा अभिनंदन करने योग्य-बौद्ध धर्म गुरू लामा

भोपाल-enewsmp.comमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा से मुलाकात की। मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें प्रदेश में आनंद विभाग तथा नदी संरक्षण के लिये चल रही नर्मदा सेवा यात्रा की जानकारी दी। दलाई लामा ने कहा कि भौतिक विकास से ज्यादा जरूरी मन का विकास है क्योकि वह चिरस्थायी है। प्रदेश में आनंद विभाग का गठन बहुत अच्छा कदम है। नर्मदा सेवा यात्रा एक अभिनंदन करने योग्य कार्य है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रसन्नता बाहर से नहीं अंदर से निकलती है। मध्यप्रदेश में आनंद विभाग ने इस दिशा में गतिविधियों शुरू की है। जिनके पास जरूरत से ज्यालदा सामग्री है वो जरूरतमंदों को देने के लिये आनंदम केंद्र बनाये गये है। आनंद उत्सव के तहत खेल कूद और सांस्कृतिक गतिविधियां शुरू की गयी है। अल्प विराम कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके अलावा ध्यान, योग, प्राणायाम जैसी गतिविधियां शुरू की गयी है। पाठ्यपुस्तकों में प्राचीन मनोविज्ञान निष्काम कर्मयोग के संदेश और बुद्ध की शिक्षाओं को शामिल किया गया है। यह अच्छा जीवन जीने की कला है।
भारत की मनोविज्ञान पद्धतियां सबसे उत्तम
दलाई लामा ने कहा कि भौतिक विकास बाहरी है, इसके साथ मन का विकास होना चाहिये। मन में सुख है तो गरीब भी प्रसन्न है और मन में सुख नहीं तो अमीर भी प्रसन्न नहीं है। भारत की मनोविज्ञान की पद्धतियां सबसे उत्तम है। मानसिक सुख चाहते है तो प्राचीन मनोविज्ञान पर ध्यान देना होगा। भारतीय पद्धति में मनोविज्ञान महत्वपूर्ण विषय है। मनोविज्ञान को धर्म का विषय नहीं मानकर शिक्षा पद्धति में सम्मिलित किया जाये। पाश्चात्य वैज्ञानिक भी प्राचीन मनोविज्ञान की ओर आकर्षित हो रहे है। इस तरह की पद्धति भारत में पहले से ही है। प्राचीन समय से भारत में उपस्थित सर्व धर्म समभाव की परम्परा आज के समय में बहुत कारगर है।
दलाई लामा ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा में नर्मदा तट के किनारे के ग्रामों में शराब की दुकानें बंद करना सराहनीय पहल है। नर्मदा नदी के तटों पर वृक्षारोपण के बहुत अच्छे परिणाम होंगे। नदी संरक्षण की यह पहल अभिनंदनीय है। भारत की सभी महत्वपूर्ण नदियों के लिये इस तरह की पहल होना चाहिये। तिब्बत में जल के उपयोग रखरखाव और पर्यावरण संरक्षण की परम्परा रही है। परन्तु इन दिनों वहां वृक्षों के कटने से बाढ़ जैसी आपदा आ रही है। ग्लोबल वार्मिंग की बड़ी वजह वृक्षों को काटना भी है। इससे मौसम में वैश्विक परिवर्तन हो रहे है। पर्यावरणविदों को तिब्बत जाकर वहां भी नदियों के संरक्षण के बारे में जागरूक करना चाहिये।
उन्होंने कहा कि शहरों मे विकास के साथ गांवों का विकास भी होना चाहिये। बालिका शिक्षा के लिये मध्यप्रदेश शासन की प्रयास सराहनीय है। जातियों के आधार पर भेदभाव की बात ठीक नहीं है। सभी धर्मों के आचार्यों को जनता के बीच जाकर लोगों को समझाना चाहिये कि ईश्वर ने सभी को एक समान बनाया है। जाति व्यवस्था बीते समय की बात है। समाज के प्रभावी लोगों को जातियों को छोड़ना चाहिये।
दलाई लामा ने मुख्यमंत्री चौहान को बुद्ध प्रतिमा भेंट की और आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध दार्शनिक, विचारक और समाज सुधारक के अलावा भारत के प्राचीन वैज्ञानिक है जो हर बात को तर्क की कसौटी पर कसने की शिक्षा देते है।
चर्चा के दौरान अपर मुख्य सचिव आनंद विभाग एवं उर्जा इकबाल सिंह बैंस और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के.मिश्रा भी उपस्थित थे।

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