सीधी (ईन्यूज एमपी)-आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने रविवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक के सतना स्थित निवास पर छापामारी कर करोड़ों की संपत्ति का पता लगाया है। शुरुआती जांच में ही साइंटिस्ट करोड़ों का मालिक निकला है। जांच अभी जारी है। हासिल जानकारी के मुताबिक EOW रीवा की टीम ने रविवार की सुबह मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय सतना में पदस्थ साइंटिस्ट सुशील कुमार मिश्रा के मारुति नगर स्थित घर पर दबिश दी। इंस्पेक्टर मोहित सक्सेना और प्रवीण चतुर्वेदी के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम के वहां पहुंचते ही हड़कंप मच गया। टीम ने घर के अंदर-बाहर लोगों का आवागमन रोक दिया और जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में साइंटिस्ट सुशील कुमार मिश्रा के घर पर लगभग 30 लाख रुपए की नगदी, लगभग 25 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात मिले हैं। साइंटिस्ट के पास स्मार्ट सिटी से लगे 7 एकड़ के फार्म हाउस के अलावा कई अन्य अचल संपत्तियों के दस्तावेज, बीमा के कागजात और बैंक खाते मिले हैं। उसके पास कई दो पहिया और चार पहिया वाहन भी पाए गए हैं। बताया जाता है कि साइंटिस्ट सुशील कुमार मिश्रा वर्ष 1990 में शासकीय सेवा में आया था, तब से अब तक वेतन से उसकी आय 35 लाख रुपए होती है। वेतन से आय के मुकाबले शुरुआती जांच में मिली संपत्ति ही कई गुना ज्यादा है,जांच अभी जारी है। अन्य अधिकारियों में हड़कंप साइंटिस्ट के घर छापामारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अन्य अधिकारियों- कर्मचारियों में भी हड़कंप मचा दिया है। सूत्रों की मानें तो बोर्ड में पिछले काफी समय से सिर्फ और सिर्फ सेटिंग का खेल चल रहा है। प्रदूषण जांच न करने,एनओसी देने जैसे कामो के एवज में नियम कायदे नहीं बल्कि सिर्फ रुपयों की तूती बोलती है। कई अधिकारी तो ऐसे हैं जिन्होंने बिना अनुमति-एनओसी के क्रशर तक अपने दम पर चलवा रखे हैं। खबर है कि इस छापेमारी के बाद अन्य लोग भी अपने घरों से बैग-दस्तावेज हटाने लगे हैं।