सतना (ईन्यूज एमपी)-ई-श्रम कार्ड बनाने की आड़ में बैंक खातों से पैसा निकालने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को सिविल लाइन पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने लाखों की सामग्री जब्त की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक ई-श्रम कार्ड बनाने के नाम पर आरोपी विकास रजक पिता जगत प्रसाद रजक (26) निवासी चित्रकूट (उप्र), सोनू तिवारी उर्फ पीयूष तिवारी पिता उदितनारायण तिवारी (24) निवासी राजस्थान और राज रजक उर्फ आशू पिता पुरुषोत्तम रजक (22) निवासी सतना को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी लोगों के श्रम कार्ड बनाने की आड़ में उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज लेते थे। खातों से लिंक मोबाइल नंबर लेते थे और उनके बैंक खातों से पैसे निकाल लेते थे। ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए ये लोगों के अंगूठे भी लगवाते थे। इनके निशाने पर विराट नगर, पतेरी और सोहावल में रहने वाले श्रमिक वर्ग के वो लोग होते थे, जिनके खातों में मोबाइल नंबर लिंक नहीं होते थे। उनके अंगूठे लगवा कर पैसे निकाल लेते थे। सर्वर का बहाना बना कर कई बार अंगूठे लगवाए जाते थे। इस तरीके से ठगों ने 1 लाख 75 हजार रुपए की ठगी की थी। सिविल लाइन टीआई अर्चना द्विवेदी ने बताया कि पुलिस को इसकी शिकायत मिली थी। विनोद कुशवाहा, रंजना कुशवाहा, मो. कासिम, दिनेश सोनकर, विमला सोनकर वगैरह ने पुलिस को आप बीती सुना कर शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420,120 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एचपी कंपनी का लैपटॉप, आल्टो कार (एमपी-19 बी-4942), 1300 रुपए नकदी और फ्रिंगर लागने वाली डिवाइस जब्त की गई है।