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Home सीधी दर्पण ट्रकों में बाहर से आये मजदूरों का मामला : सीधी पुलिस बनी आंख की किरकिरी....

ट्रकों में बाहर से आये मजदूरों का मामला : सीधी पुलिस बनी आंख की किरकिरी....

सीधी, {ईन्यूज एमपी} देश भर में करोना लाॅक डाऊन के उपरांत प्रदेश के बाहर से आये मजदूरों से भरे ट्रकों के सीधी जिले में प्रवेश के समय विभिन्न थाना क्षेत्रों में पकड़े जाने से एक बात साफ हो गई है कि रोजी-रोटी कमाने गये मजदूरों के साथ उन्हें रोजगार देने वाले मालिकों व फिर वहां की सरकार एवं प्रशासन द्वारा तमाम घोषणाओं के बावजूद वह मदत नहीं दी गई, जैसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा थी।
फिर सवाल यह भी है कि स्थाननीय स्तर पर प्रशासन व सरकार द्वारा रोजगार दिये जाने के लोक लुभावन घोषणाओं के बाद भी सीधी जिले से मजदूरों का पलायन क्यों हो रहा है ?
सम्पूर्ण देश में एक साथ इक्कीस दिनों के लाॅक डाऊन के बाद मध्य प्रदेश पुलिस की फूलप्रूूफ नाकेबंदी को धता बतलाते हुये श्रमिकों से भरे ट्रकों ने अंतर्राज्यीय सीमा पार की और फिर मध्य प्रदेश के सैकड़ा से अधिक थानों व चेक पोस्ट को पार करते हुये सीधी जिले की सीमा तक कैसे पहुंच गये ?
सीधी जिले की अमिलिया थाने की पुलिस द्वारा पहला ट्रक पश्चिम बंगाल का WB 65 C 2660 पकड़ा गया। यह मध्य प्रदेश के ही अशोक नगर व गुना से तथाकथित मजदूरों को लेकर चला, उसमें से 40 लोग कटनी में उतर गये। शेष 9 लोग अमिलिया थाने के कोदौरा से सीमा पार करते पकड़े गये। यह सभी लोग एक विशेष समाज के थे, जिनपर निगरानी रखने के निर्देश हो चुके थे। इस ट्रक से कटनी में उतरे लोग कहां चले गये ? पता अभी तक नहीं लगाया जा सका है।
इसके बाद लगातार एक-एक दिन के अंतराल उपरांत रामपुर नैकिन थाना के बघवार व चुरहट थाना के मोहनिया में गुजरात से सवारी लेकर आये ट्रकों पर लाॅक डाऊन निर्देशों का उल्लंघन करने पर अपराध कायम किया गया।
देश प्रदेश के अन्य भागों से आये श्रमिकों व सीधी जिले में सीजनल व्यवसाय कर रहे अन्य प्रांत के मजदूरों व श्रमिकों पर सीधी जिला प्रशासन ने कारगर चैकसी की व उन्हें क्वेरेंटाईन करने की पूरी व्यवस्था की है।
यह बात अलहदा है कि सीधी जिले की पुलिस आज पूरे प्रदेश में आंख की किरकिरी बन चुकी है, क्योंकि उसने लाॅक डाऊन के दौरान अपने चाक चौबंद इंतजाम से पूरे प्रदेश की पुलिसिया व्यवस्था को आईना जो दिखा दिया है।

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