सीधी (ईन्यूज एमपी)- जिले में चल रही माशिमं कि बोर्ड परीक्षाओं में शुद्धता व पारदर्शिता के लिए बेशक जिला प्रशासन पुरजोर कोशिश कर रहा है, लेकिन जब कोतवाल ही चोर हो जाए तो क्या किया जा सकता है। जी हां बता दें कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खंड्डी में संचालित हो रही माशिमं की बोर्ड परीक्षा में प्रभारी प्राचार्य नकल का पर्याय बना हुआ है,व केन्द्राध्यक्ष कि परवाह किए बिना नकल को संरक्षण ही नहीं वरन खुद उसका हिस्सा बना हुआ है, संक्षिप्त में कहें तो प्रभारी प्राचार्य नकल के ठेकेदार बने हुए हैं वहीं नियुक्त केन्द्राध्यक्ष महज तमाशबीन बने बेबसी का राग अलाप रहे हैं।