सीधी(ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए तथा ग्रामीण स्तर पर समुदाय को आजीविका से जोड़ने हेतु समुदाय आधारित ‘‘ग्रामीण पर्यटन अंतर्गत हेरिटेज विलेज’’ बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। इस योजना में सीधी जिले के विकासखण्ड कुसमी अंतर्गत दो ग्रामों खोखरा तथा थाड़ी पाथर को चिन्हांकित किया गया है तथा ग्राम सुधार समिति सीधी को सहयोगी संस्था बनाया गया है। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चैधरी द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रविवार को खोखरा तथा थाड़ी पाथर का भ्रमण कर हितग्राहियों से हेरिटेज विलेज के रूप में विकसित करने पर चर्चा की। उन्होने ग्रामीणजनों से पर्यटन के लिए आवश्यक बातों को साझा किया। उन्होने कहा कि पर्यटकों द्वारा स्वच्छता पर विश्ेाष ध्यान दिया जाता है। अतः सर्वप्रथम गांव की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाये, सभी ग्रामीणजन शौचालयों का उपयोग करें, कचड़े का निष्पादन जैविक पद्धति से किया जाये। उन्होने गांव में नाडेफ निर्माण के निर्देश दिए हैं तथा ग्रामीणजनों को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर श्री चैधरी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को गांव में आवश्यक आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता जैसे- गांव तक पहुंच मार्ग, गांव के आंतरिक मार्ग, पेयजल सुविधा, ठोस एवं तरल अपशिष्ट का निपटान, स्वच्छता सभी घरों में शौचालय सुविधा स्ट्रीट लाईट, कृषि, बागवानी तथा सौंदर्यीकरण आदि सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। लोककला का होगा संरक्षण एवं संवर्धन इस अवसर पर स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी गयी। कलेक्टर श्री चैधरी ने उनके कला की सराहना की तथा संबंधित अधिकारियों को उनकी कला को और अधिक निखारने एवं प्रस्तुति योग्य बनाने के लिए आवश्यक सहयोग करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि पर्यटन के विस्तार से लोक कलाओं का भी संरक्षण एवं संवर्धन होगा तथा कलाकारों की आजीविका के अवसरों में वृद्धि होगी। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा ग्रामीण स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयास किए जा रहें हैं, जिसके लिए हितग्राहियों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ फील्ड भ्रमण भी कराया जा रहा है। इसी क्रम में खोखरा के सरपंच गिरदान सिंह सहित 5 ग्रामीण जनों को राजस्थान में जोधपुर के पास सालावास गांव का भ्रमण कराया गया है तथा थाड़ी पाथर के तीन हितग्राहियों को इन्स्टीट्यूट आॅफ होटल मैनेजमेंट ग्वालियर से 21 दिवस का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। इसके साथ ही हितग्राहियों को आवश्यक तकनीकी सहायता भी उपलब्ध करायी जा रही है। खोखरा तथा थाड़ी पाथर में 6-6 होम स्टे निर्माणाधीन है जिसके पूर्ण होते ही जिले की पर्यटन क्षमताओं का विस्तार होगा। भ्रमण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ए. बी. सिंह, उपखण्ड अधिकारी कुसमी आर. के. सिंन्हा सहित संबंधित विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहें।