सीधी (ईन्यूज एमपी)- प्रदेश के खनिज साधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल के द्वारा क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत “ऐक्टिव केस फाइण्डिन्ग सर्वे अभियान” का शुभारंभ हरी झण्डी दिखाकर किया गया। इस अभियान के संदेश को प्रचारित करने के लिए मंत्री द्वय द्वारा जिला स्तरीय रैली को रवाना किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर कलेक्टर श्री रवीन्द्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री आर. एस. बेलवंशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. मिश्रा सहित चिकित्सक एवं दल के सदस्य उपस्थित रहे। शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर मंत्री द्वय ने निर्देशित किया कि अभियान का पूरे जिले में प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। ग्रामीण एवं दूरस्थ इलाकों के प्रत्येक ग्रामवासी का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाकर क्षय रोगियों की पहचान की जाए तथा उन्हें उचित स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदाय की जाए। उन्होंने कहा कि इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाना आवश्यक है, जिससे लोगों में क्षय रोग के प्रति जागरुकता आए और वे अपने आस-पास के क्षय रोगियों की पहचान कर शासन द्वारा प्रदाय की जा रही सेवाओं का लाभ दिला पायें। जिले को क्षय मुक्त बनाने के लिए सभी को सार्थक प्रयास करने के लिए कहा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिश्रा ने बताया कि यह अभियान 17 फरवरी से 3 मार्च 2020 तक चलाया जाएगा जिसमें चिन्हित ग्रामों में घर से घर सर्वे कर क्षय रोगियों की खोज की जाएगी। सर्वे में पाए गए मरीजों को निःशुल्क जांच, उपचार एवं निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत 500 रुपये प्रतिमाह उनके खाते में प्रदान किया जाएगा। सर्वे के दैरान ऐसे मरीजों का एच.आई.वी. एवं डायबिटीज की भी जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही 6 साल से छोटे बच्चों की भी स्क्रीनिंग बाल्य रोग विशेषज्ञों द्वारा की जाएगी। इस अभियान में संलग्न सर्वे टीम को शासन के निर्देशानुसार एक रोगी पंजीकृत कराने पर 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। इस अभियान के सफल संचालन के लिए जन प्रतिनिधियों, गणमान्य एवं जागरुक नागरिकों तथा स्वयंसेवी संगठनों से अपील की गयी है कि 2 सप्ताह से अधिक खांसी आने पर इस अभियान के अंतर्गत या पृथक से नजदीकी शासकीय क्षय जांच केन्द्र में बलगम की जांच एवं उपचार कराएँ तथा जिले को क्षय मुक्त बनाने में शत-प्रतिशत सहयोग करें।