सीधी(ईन्यूज एमपी)-टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा ने 7 सूत्री मांगों के समर्थन में किए जाने वाले अनिश्चितकालीन धरने संबंधित एक ज्ञापन पत्र कलेक्टर सीधी को सौंपा गया। ज्ञापन पत्र सौंपने के बाद क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के वादा खिलाफी के विरोध में जिसमें उन्होंने चुनाव के समय वादा किया था कि हमारी सरकार बनने के बाद वह किसानों की भूमिया जो 5 वर्ष पहले अधिग्रहित की गई है और उनमें उद्योगों की स्थापना नहीं की गई है उन भूमियों को किसानों को वापस कर दिया जाएगा। वादा अनुसार किसानों की भूमि वापस न करने सहित अन्य कई मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट सीधी (वीथिका भवन) के समक्ष 10 फरवरी 2020 से अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन किये जाने संबंधी ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया है। कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन पत्र में जिन मांगों का उल्लेख किया गया है वह इस प्रकार हैं- आर्यन पावर कंपनी हेतु मूसामूड़ी एवं भुमका के किसानों की अधिग्रहित भूमिया किसानों को वापस की जाए, गुलाब सागर बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने से डूब प्रभावित किसानों की भूमि पर स्थित परिसम्पतियों का मुआवजा एवं डूब भूमियों का सिंचित दर से मुआवजा दिया जाए तथा मुआबजा बनाने के अनियमितता के दोषियों को दंडित किया जाए, गुलाब सागर बांध से मछली निकालने का अधिकार डूब प्रभावित किसानों की समिति को दिया जाए, पात्र व्यक्तियों को वनाधिकार के अंतर्गत वन भूमि का पट्टा दिया जाए, ग्राम समदा (आजाद नगर) में बरसों से शासकीय भूमि में कास्तकार रहे व मकान बनाकर रह रहे आदिवासियों को पट्टा दिया जाए, संजय टाइगर रिजर्व से 50 ग्रामों के ग्रामीणों के जबरिया विस्थापन पर रोक लगाई जाए तथा इन ग्रामों में विकास कार्यो पर बाधा डालने वाले कर्मचारियों को दंडित किया जाए, अवैध रूप से संचालित रेत खदानों पर एनजीटी के निर्देशों का पालन न करने वाली पंचायत खदानों को बंद किया जाए व अब तक हुए अवैध उत्खनन के दोषियों से वसूली की जाए। ज्ञापन पत्र सौपते समय यह उपस्थित रहे का सुंदर सिंह, प्रभात वर्मा, रामचरण सोनी, रणविजय वर्मा, कुमार सौरभ, धर्मजीत कुशवाहा, कुवेर वर्मा, का बलराज सिंह, शिवकुमार सिंह, भूपेंद्र कुशवाहा, विजय सिंह, ब्रिजेन्द्र सिंह, श्रीपाल सिंह, बलजीत सिंह, राजेश कुशवाहा आदि।