सीधी(ईन्यूज एमपी)- कहते है कि गेंहू के साथ घुन भी पिस ही जाता है, कुछ ऐसा ही नजारा आज सीधी जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान देखने को मिला, जब लम्बे अर्से से एसजीएस महाविद्यालय में काबिज कब्जे को हटाने प्रशासनिक अमला पंहुचा तो बड़े बड़े धुरंधरों के बीच कुछ ऐसे भी अतिक्रमणकारी मिले जो वास्तव में जरुरत मंद थे, और जिनके पास रहने के लिए कोई दूसरा ठिकाना नही था, और वो इसी जमीन पर लम्बे समय से काबिज थे, और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे, लेकिन अतिक्रमण तो अतिक्रमण ही है बेशक उन्हें हटाना चाहिए लेकिन अधिकारी के पीछे छिपे इंसान को इनके दर्द का एहसास था शायद इसी का परिणाम है कि अपनी ड्यूटी पर तटस्थ रहते हुए भी प्रशासनिक अमले ने इन्हे मोहलत दे दी, हाँ धुरंधरों पर कार्यवाही जारी रखने की बात कंही गई है| जिले में सरकार की मंशानुरूप राजस्व व नगरपालिका ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए संजय गाँधी महाविद्यालय की बेशकीमती जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने का श्री गणेश कर दिया है, जिसमे करीब पचास करोड़ की पांच एकड़ जमीन पर चिन्हित 28 अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही की जा रही है, कार्यवाही के पहले दिन प्रशासनिक अमले ने कुछ अतिक्रमणों पर कार्यवाही कि है जबकि गरीबो पर एसडीएम नीलाम्बर मिश्र ने रहम करते हुये शपथ पत्र लेकर दो दिन का समय दिया है जिससे वे अपना सामान व्यवस्थित कर सकें , लेकिन रसूखदारों को कतई नही बक्शा जाये । बतादें कि संजय गाँधी महाविद्यालय की बेशकीमती जमीन पर लम्बे समय से मफिया व भूमिहीन गरीब परिवारों के घर बने हुए है कुछ घर तो करीब दो दशक से आबाद है लेकिन कार्यवाही नही हो रही थी, लेकिन आज कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी के आदेश पर एसडीम गोपद बनास नीलाम्बर मिश्रा, गोपद बनास तहसीलदार लक्ष्मीकांत मिश्रा ने अपने दलबल के साथ नपा सीधी व पुलिस प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण पर कार्यवाही की शुरुआत कर दी है जिसमे शुरुआत में लोगो को अपना सामान व्यवस्थित करने के लिए मोहलत देते हुए प्रतीकात्मक कार्यवाही कर छोड़ दिया गया है, जबकि खाली मकानों को गिराने का काम जारी है । बात करे कालेज की जमीन के अतिक्रमण कि तो करीब पचास करोड़ की कीमत की पांच एकड़ जमीन पर लम्बे समय से भूमाफिया अतिक्रमण कर काबिज हैं जिसमे कुछ जरूरतमंद व गरीब थे तो कुछ कालेज स्टाफ तो वंही बड़े बड़े धुरंधर भी शामिल थे, जिन्हें चिन्हित कर कार्यवाही की जा रही है ।