सीधी(ईन्यूज एमपी)- जीवन में आनंद मानव की सबसे महत्वपूर्ण पूंजी और चाहत होती रही है। यह आनंद ही है जो हमें एक दूसरे की ओर आकर्षित करता है। जीवन के प्रमुख लक्ष्यो में आनंद की अनुभूति सबके लिये सुखकारी होती है, लेकिन वर्तमान जीवनशैली और संघर्ष के दौर में मानसिक तनाव और चिंतायें मानव जीवन के आनंद को बाधित करती है जिसका विपरीत प्रभाव स्वयं के साथ अपने परिवार और सामाजिक जीवन पर पड़ता है। अपनें जीवनषैली में थोड़ा सा परिवर्तन लाकर चिंताओं का उचित प्रबंधन के माध्यम से स्वयं के आनंद की वृद्धि की जा सकती है। इन्ही उद्देष्यों को लेकर राज्य आनंद संस्थान के निर्देषन पर कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के मार्गदर्शन पर सीधी जिले के सिहावल विकासखण्ड में 13 दिसंबर 2019 को बहरी के मंगल भवन में आनंद सम्मेलन आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यमान जनपद अध्यक्ष श्रीमान सिंह नें इस कार्यक्रम की सराहना करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा भौतिक विकास के साथ साथ प्रदेष की जनमानस का बौद्धिक एवं सांस्कृतिक विकास हेतु प्रयत्नरत है। राज्य आनंद संस्थान का यह कार्यक्रम हमें ऐसी सभी तकनीकों से परिचित करानें में सहयोग करता है जिससे हम अपनें अर्न्तमन से संवाद कर स्वयं को अच्छे से जानकर अपनें अंदर व्याप्त विकारों को दूर कर अपनें व्यक्तित्व को पहले से अच्छा करनें हेतु अग्रसर होते हैं। यह प्रषिक्षण स्वयं की अर्न्तआत्मा की आवज सुन कर अपनें व्यवहार परिवर्तन की सीख देता है।कार्यक्रम में अवधेष सिंह, डी.पी.ओ., महिला बाल विकास विभाग, हीराप्रसाद पाण्डेय, सेवानिवृत्त प्राचार्य, हिमांशू शुक्ला, तहसीलदार बहरी, रामसिंह, थानाप्रभारी बहरी, अनिल सिंह संविदाकार, डॉ. राजेष तिवारी, राजकुमार विश्वकर्मा, अनिल पाठक, राजकुमार पटेल, रामजी तिवारी, जन अभियान परिषद, अनिल सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता, सहित स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, महिला बाल विकास विभाग, म.प्र. जन अभियान परिषद, तथा राज्य आजीविका मिशन के अधिकारी, कर्मचारी एवं कार्यकर्ता सम्मलित हुये।