*पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-जनपद पंचायत मझौली अन्तर्गत संचालित होने वाले अधिकांश आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन अव्यास्थाओं के साये संचालित हो रहे हैं। किन्तु जिम्मेदार अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए है। लिहाजा इन केन्द्रों मे आने वाले नौनिहालों सहित महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पडता है। विगत दिवश ऐसा ही एक मामला गिजवार अंचल के आदिवासी क्षेत्र ग्राम बकवा का प्रकाश मे आया हैं। जहाँ पदस्थ कार्यकर्ता राजकुमारी पाण्डेय तथा सहायिका फूलबाई सिंह ने बताया कि केन्द्र पीने के पानी सहित सौचालय की काफी समस्या है। बताया गया कि केन्द्र में लगे हैण्डपम्प से पानी नहीं निकलता है। जिसके कारण गांव के हैण्डपम्प से पानी की व्यवस्था करना पडता है। बताया कि कई बार मकैनिक से हैण्डपम्प सुधारने का आग्रह किया। लेकिन इनके द्वारा कह दिया जाता है कि इस हैण्डपम्प मे पानी ही नहीं है। जबकि हैण्डपम्प लगने के काफी दिनों तक पानी निकलता रहा है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि जल स्तर नीचे होने के कारण हैण्डपम्प मे एक दो पाइप डाल दी जाय तो पानी निकलने लगेगा। कार्यकर्ता ने बताया कि केन्द्र के भवन निर्माण के समय निर्माण एजेंसी द्वारा सौचालय के नाम पर महज टैंक का निर्माण करवाया गया था। और सौचालय निर्माण कराना निर्माण एजेंसी भूल गई। लिहाजा बिना ढक्कन के टैंक मे बरसात का पानी भर जाता है। और उसमें मच्छर पनपते हैं। साथ ही सौचालय नहीं होने के कारण केन्द्र आने वाली महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पडता है। बताया कि छोटे बच्चे सौच के लिए ग्रामीणों के खेत मे जाते हैं। जिससे ग्रामीण अभ्रदता पूर्वक बरताव करते हैं। जबकि केन्द्र में कुल 82 बच्चे दर्ज हैं। हलांकि उपस्थित 17 बच्चे ही मिले। ग्रामीणों द्वारा केन्द्र मे पानी सहित सौचालय के व्यवस्था करनें की मांग जिला प्रशासन से की गई है।