सीधी(ईन्यूज एमपी)- जिले के रामपुर नैकिन क्षेत्र में रेत की निकासी अबैध गति से जारी है, जिला प्रशासन,पुलिस प्रशासन व सोन घड़ियाल की टीम द्वारा भले ही रेत की रोकथाम के लिए अलग अलग तरीके के(उपाय)लगाये जा रहे है बावजूद इसके मजाल क्या कि रामपुर से रेत का गोरख धंधा बंद हो जाये, हाँ पर्दा डालने की बात अलग है कि इन बातो पर पर्दा डालकर पर्दे के पीछे से सब सही है का बोर्ड लगाया जाये लेकिन हकीकत ये ही है कि आपसी सहयोग की कमी और रेत से मिलने वाली रकम की नमी सभी जिम्मेदारो के हैसले को ठंडा रखती है, प्रशासन कितना ही सख्त क्यों न हो जाये चाहे जो हो बस एक बार अधिकारी कर्मचारी रामपुर आ जाये, येन केन प्रकारेण रेत माफिया उन्हें अपनी जड़ में ले ही लेते है और न ले पाए तब भी चोरी तो किसी का ...... भी नहीं बंद करवा सकता । सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रामपुर नैकिन के सजहा, चंदरेह दुआसिन के घाटो से सोन नदी के रेत की अवैध निकासी जोरो पर है, एनजीटी के कड़े निर्देश व जल जीवो के प्राणों का संकट इन तमाम बातो को दरकिनार कर रेत माफिया कहे या सभ्य शब्दों में रेत के अघोषित व्यापारियों द्वारा अपनी व कई शासकीय कर्मचारियों की रोजी रोटी चलाई जा रही है, और इनकी रोटी में वो आकर्षण है जनाब की मजाल क्या कि कोई खाए बिना रह जाये और ताकत की तो बात ही क्या कि खाने वाले न तो प्रशासन से डरते है और न ही नियम कायदों से, और इसके मजे की तो बात ही कुछ और है इस तरह के उदाहरण पूर्व में मिल चुके है, कुल मिला कर देखा जाये तो रामपुर नैकिन यानी अवैध रेत, और अवैध रेत यानी रामपुर नैकिन.....? इतना ही नही नागवार तब लगता है जब कांग्रेस के तथाकथित एक कांग्रेसी नेता खुद सोननदी के तटों से रेत की अबैध निकासी में लीन हो .... सफेद पोशक तथाकथित कांग्रेसी नेता और कुछ चर्चित चेहरे जो इस काम के लिये नामाजादिक हैं उन्हे कुछ भी कहो कुछ कर डालो सब कम होगा ... देखना होगा कि अपनी आदतों से मजबूर माफियाओं पर प्रशासन कितनी लगाम लगा पाता है ।