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Home सीधी दर्पण समूह कि मनमानी पड़ रही बंच्चो पर भारी, तीन दिनों से बिना भोजन के है विद्यालय व आंगनबाड़ी.....

समूह कि मनमानी पड़ रही बंच्चो पर भारी, तीन दिनों से बिना भोजन के है विद्यालय व आंगनबाड़ी.....

पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-जनपद पंचायत मझौली अन्तर्गत संकुल केन्द्र मडवास के पूर्व माध्यमिक शाला मझिगवां मे अध्ययन रत छात्र छात्राओं ने स्व सहायता समूह द्वारा लगातार तीन दिनों से मध्यान्ह भोजन नहीं परोसने सहित घटिया व साफ सुथरा भोजन नहीं देने सहित खाना मे कीडे परोसे जाने का आरोप लगाया है। बताया गया कि मध्यान्ह भोजन की जिम्मेदारी विवेकानंद स्व सहायता समूह द्वारा संभाली जा रही है। जिसकी अध्यक्ष मुन्नी बाई कोल तथा सचिव ममता साहू हैं। विगत दिवश भोजनावकाश के समय पहुंची टीम को कुछ बच्चे  बच्चे शाला परिसर मे खेल रहे थे। परिसर मे खेल रहे बच्चों से भोजन नहीं करनें के संबंध मे पूंछा गया तो सभी बच्चे एकत्रित हो गये और बताया कि विगत गुरुवार से मध्यान्ह भोजन समूह द्वारा नहीं दिया जा रहा है। इसलिए वांकी बच्चे अपने घर खाना खाने गये हुए हैं। हम लोगों का घर दूर इसलिए नहीं गये हैं। बताया कि समूह द्वारा दिया जाने वाला खाना स्वादिष्ट तो रहता ही नहीं है। किन्तु रसोइयों द्वारा न तो किचन मे कभी झाडू लगाई जाती है न ही अनाज साफ किया जाता है। बल्कि भोजन मे कभी कभी कीडे भी परोस दिये जाते हैंं। इसलिए हम लोग  भोजन भी नहीं करते हैं। बताया गया कि भोजन पूरे माह मिलता भी नहीं है। इसी तरह से बीच बीच मे बंद रहता है। साथ ही कभी कभी खिचड़ी खिलाई जाती है। और कभी आधा पकी दाल तो कभी आधा पका आलू की शब्जी मात्र ही खिलाया जाता है। इसी परिसर मे संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र का भी यही हाल है

*जूठी थाली भी धोना पडता है*:-छात्रों द्वारा बताया गया कि भोजन करनें से पहले व भोजन के बाद जूठी थाली भी हम लोगों को ही धोना पडता है। यदि हम लोग थाली नहीं धोते हैं या रसोइयों को कहते हैं तो रसोइयों द्वारा हम लोगों के साथ डांट फटकार भी की जाती है। जबकि शाला मे तीन रसोइयां तैनात की गई हैं।

*समूहों की मनमानी हावी*:-गौर करनें वाली बात ये है की मध्यान्ह भोजन मे लापरवाही का यह कोई पहला मामला नहीं है। बल्कि आये दिन स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों मे साझा चूल्हा अन्तर्गत भोजन परोसने वाले समूहों पर मनमानी व लापरवाही के आरोप लगते रहते हैं। वहीं संस्था प्रमुखों के द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को लिखित सूचना भी दी जाती है। किन्तु कार्यवाही के नाम पर महज कोरमपूर्ति तक ही विभागीय अमला सीमित रहता है। और मामला ले देकर निपट जाता है। लिहाजा क्षेत्र अन्तर्गत समूहों की मनमानी पूरी तरह से हावी नजर आ रही है। लिहाजा जरुरतमंदों को इस योजना का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।

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