पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):- जनपद क्षेत्र मझौली अंतर्गत नगर परिषद स्थित मुख्य बाजार के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रबी और खरीफ के सीजन में उर्वरक खाद बीज विक्री करने वालों की काफी दुकानें खोल कर व्यापारी बैठ जाते हैं। स्थानीय किसानों की मानें तो सीजन में नकली खाद बीज का व्यापार धड़ल्ले से करते हैं इतना ही नहीं लाइसेंस धारी व्यापारी भी नकली खाद बीज बेचकर काफी मुनाफा कमाते हैं और कृषि विभाग के खंड अधिकारी को एक सीजन के लिए एडवांस में कमीशन जमा कर देते हैं जिसका नतीजा है कि विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी और संरक्षण उनको मिलता रहता है जबकि किसान लुटने को मजबूर हो जाता है। जिसका ताजा मामला उस समय चर्चा में आया जब 24 नवंबर को कृषि विभाग की संयुक्त टीम मझौली बाजार में जांच करने पहुंची लेकिन एक भी दुकान मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। ताज्जुब तो तब हो गया जब कई दुकाने बंद कर दी गई जिन्हें सूचना किसने दिया इस बात को लेकर जांच टीम पर सवाल उठना स्वाभाविक है क्योंकि मझौली बाजार में जहां दर्जन भर से ज्यादा दुकानों में खाद बीज बेचा जाता है वहीं कई दुकानें बंद मिली या की व्यापारियों द्वारा कहा गया कि इस सीजन में बिक्री के लिए सामान नहीं लाए है और उनके बात को जांच टीम द्वारा यकीन करते हुए कोई एक्शन नहीं लिया गया। नियमानुसार अगर व्यापारी लाइसेंस धारी है तो सीजन में खाद बीज का सामान रखना जरूरी है अन्यथा उनका लाइसेंस निरस्त होना चाहिए जिसके लिए स्थल पंचनामा तैयार करना चाहिए लेकिन ऐसा भी नहीं किया गया जिससे साबित होता है कि किसानों की बात में कहीं न कहीं दम है जिनका आरोप है की विकासखंड स्तर के कृषि अधिकारी लाल प्रताप सिंह चौहान के संरक्षण में ही इस तरह का कारोबार चलता है नहीं तो जांच टीम के पहुंचने के पूर्व सभी दुकानें खुली थी और धड़ल्ले से बिक्री हो रही थी और टीम के पहुंचते ही दुकानों का बंद हो जाना या कि यह कहना कि हम नहीं बेंजते हैं और जांच टीम कुछ कार्रवाई न करें जिससे साफ जाहिर है कि यह जांच कार्यवाही मात्र दिखावा है जिस पर सवाल उठना स्वाभाविक है। *सप्ताह में 2 दिन आते हैं कृषि विकास अधिकारी* :--इतना ही नहीं किसानों की माने तो रबी का सीजन चल रहा है और किसान खाद बीज के साथ किशानी संबंधी तकनीकी जानकारी लेने कार्यालय जाता है तो कार्यालय में एक लिपिक के अलावा कोई नहीं मिलता है और ना ही कोई समुचित जानकारी देता है बल्कि सूत्रों से जानकारी मिली है कि कृषि विकास अधिकारी लाल प्रताप सिंह चौहान सप्ताह में मात्र 2 दिन सोमवार को बैठक के लिए एवं गुरुवार को लोक सेवा में ड्यूटी रहती है यही 2 दिन के अलावा सीधी से ही विभाग का संचालन करते हैं जिससे सोचा जा सकता है कि किसानों को शासकीय व विभागीय योजनाओं का भी कितना लाभ मिल रहा है। जांच टीम द्वारा जांच की गई जहां मझौली बाजार में ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। एक दुकान से डीएपी का सैंपल लिया गया है वहीं जोगी पहाड़ी से भी एक दुकान से गेहूं बीज का सैंपल लिया गया है जिसे जांच के लिए भेजा जाएगा । उत्तम सिंह बागरी जांच टीम प्रभारी जांच टीम द्वारा ग्राम पंचायत दादर की जोगीपहाड़ी में प्रभु भाई बीज भंडार के यहां जांच किया गया जहां मात्र गेहूं बीज का सैंपल लेकर कार्यवाही की औपचारिकता पूरी की गई।जांच टीम में उत्तम सिंह बागरी सहायक संचालक कृषि एवं जांच टीम प्रभारी ,केपी पटेल वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, बीपी द्विवेदी वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, लाल प्रताप सिंह चौहान वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एवं ओपी जायसवाल ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी थे। जांच टीम द्वारा ग्राम पंचायत दादर की जोगीपहाड़ी में प्रभु भाई बीज भंडार के यहां जांच किया गया जहां मात्र गेहूं बीज का सैंपल लेकर कार्यवाही की औपचारिकता पूरी की गई।जांच टीम में उत्तम सिंह बागरी सहायक संचालक कृषि एवं जांच टीम प्रभारी ,केपी पटेल वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, बीपी द्विवेदी वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, लाल प्रताप सिंह चौहान वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एवं ओपी जायसवाल ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी थे। जांच टीम द्वारा जांच की गई जहां मझौली बाजार में ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। एक दुकान से डीएपी का सैंपल लिया गया है वहीं जोगी पहाड़ी से भी एक दुकान से गेहूं बीज का सैंपल लिया गया है जिसे जांच के लिए भेजा जाएगा । उत्तम सिंह बागरी जांच टीम प्रभारी