पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-जनपद पंचायत मझौली के संकुल केन्द्र मडवास अन्तर्गत संचालित पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरहाटोला के प्राथमिक शाला परिसर में ध्वस्त कुंए के कारण शाला मे आने वाले नौनिहालों के प्रति अभिभावकों के मन मे किसी भी अनहोनी का डर हमेशा बना रहता है। वहीं इस विद्यालय में पदस्थ शिक्षक भी सहमे रहते हैं। यहां पदस्थ शिक्षकों द्वारा बताया कि प्राथमिक विद्यालय के भवन निर्माण के समय ही दशक भर पहले पेय जल के लिहाज से कूप का निर्माण भवन से तकरीवन 10 मीटर की दूरी पर कराया गया था। जो विगत दो बर्ष पूर्व बरसात के दिनों में ध्वस्त हो गया था। जो अभी भी उसी हालत मे है। जिससे किसी भी हादसे का डर हमेशा बना रहता है। शिक्षको ने बताया कि प्राथमिक स्तर के बच्चे बहुत छोटे होते हैं। अतः मध्यान्ह भोजन की छुट्टी के समय ध्वस्त कुएँ को घेरकर बैठना पडता है। बताया गया कि खेल मैदान नहीं होने के कारण छोटे से परिसर मे ही बच्चे खेलते हैं। जिससे बच्चों के कुएँ मे गिरने आदि का डर बना रहता है। विद्यालय के पीछे तालाब:-माध्यमिक विद्यालय भवन के पीछे 20 मीटर की दूरी मे ही तालाब का निर्माण कराया गया था। जिसमें पानी भी काफी मात्रा भरा हुआ है। साथ ही विद्यालय परिसर मे बाउण्ड्रीवाल का निर्माण भी नहीं कराया गया है। ऐसी स्थिति मे अकसर छोटे बच्चों के प्रति डर भी बना रहता है। बताया गया कि उच्चाधिकारियों से ध्वस्त कुंऐ को समतल करनें सहित बाउण्ड्रीवाल के निर्माण की मांग की गई। किन्तु आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। और स्थिति छस की तस बनी हुई है। पेय जल की व्यवस्था भी नहीं:-बताया गया कि विद्यालय आने वाले नौनिहालों को दूषित पानी पीना पडता है। विद्यालय परिसर मे एक हैण्डपम्प है किन्तु उसका पानी पीने योग्य नहीं है। बताया गया कि कई बार अधिकारियों द्वारा पानी का सिम्पल भी बाटल मे भर कर ले जाया गया है। फिर भी दूषित पानी पीने से निजात नहीं मिल सकी है। और बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। वहीं ग्रामीणों द्वारा प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ध्वस्त कुएँ को पटवाने सहित पेय जल के समुचित व्यवस्था की मांग की गई है