enewsmp.com
Home टेक्नोलॉजी जालसाज, लिंक और फाइल... इनसे बचना भी है आसान, यह टूल्स करेंगे आपकी मदद...

जालसाज, लिंक और फाइल... इनसे बचना भी है आसान, यह टूल्स करेंगे आपकी मदद...

व्यापार डेस्क(ईन्यूज़ एमपी)- साइबर ठगी की नई तकनीकें तेजी से विकसित हो रही हैं, जिसमें लिंक और एपीके फाइल के जरिए वारदातें बढ़ रही हैं। पहले ठग आमतौर पर ओटीपी और बैंक खाते की जानकारी लेकर ठगी करते थे, लेकिन अब लोगों के जागरूक होने के साथ ही ठगी का यह तरीका भी बदल गया है। अब ठग अंजान लिंक और फाइलों का सहारा लेकर लोगों को ठगने में लगे हैं।

ठगी की प्रक्रिया
ठग अक्सर एसएमएस, ईमेल या सोशल मीडिया मैसेंजर के जरिए संक्रमित लिंक और एपीके फाइल भेजते हैं। जब कोई व्यक्ति इन लिंक पर क्लिक करता है या फाइल डाउनलोड करता है, तो उसका मोबाइल या अन्य डिवाइस हैक हो जाता है। इससे ठग उस डिवाइस पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लेते हैं और व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि संपर्क नंबर, बैंक डिटेल्स, और यहां तक कि सिम कार्ड की जानकारी तक चुरा लेते हैं।

ठगी से बचने के उपाय
इनसे बचने के लिए कुछ टूल्स बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं। जब भी आपको किसी अंजान लिंक या फाइल का संदेश मिले, तो उसे खोलने से पहले उस लिंक को कॉपी करें और ‘वायरस टोटल’ जैसे टूल्स पर सर्च करें। यह साइट आपको बताएगी कि लिंक या फाइल सुरक्षित है या नहीं।

वायरस टोटल की वेबसाइट पर जाकर, आप यूआरएल, फाइल या लिंक को पेस्ट कर सकते हैं। अगर लिंक सुरक्षित है तो "क्लीन" लिखा आएगा, अन्यथा अगर उसमें कोई खतरनाक तत्व होगा, तो यह चेतावनी देगा।

उपयोगी टूल्स
इसके अलावा, बाजार में कई कंपनियों द्वारा बनाए गए एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर और ऐप्स भी उपलब्ध हैं। ये सॉफ़्टवेयर खतरनाक लिंक और फाइलों की पहचान करने में मदद करते हैं। लेकिन, इनको अधिकृत डीलर से खरीदना जरूरी है ताकि आप सही सुरक्षा प्राप्त कर सकें।

साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच, सावधानी बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सरल उपायों और उपलब्ध टूल्स का उपयोग करके आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और ठगों के जाल में फंसने से बच सकते हैं। जागरूकता ही आपके डिजिटल जीवन की सुरक्षा की कुंजी है।

Share:

Leave a Comment