भुइमाढ ( ईन्यूज एमपी ) आदिवासी बाहुल्य वनांचल क्षेत्र कुशमी जनपद के ग्राम पंचायत अमरोला के हर्रई गांव में शनिवार को डायरिया से दो लोगों की मौत हो गई थी तो वही अमरोला मे एक डेढ वर्ष के बालक की मृत्यु हो गई थी। जिससे बाद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार चौथे दिन भी हर्रई गांव बारिश के बीच मेडिकल कैंप लगाया गया है। हर्रई, अमरोला, पुरैनडोल मे चौथे दिन एक भी मरीज नहीं मिलें थे , स्वास्थ्य विभाग के तमाम कोशिशों के वावजूद डायरिया थमने का नाम नही ले रहा हर्रई,अमरोला के बाद भुईमाड़ भी डायरिया के चपेट में आ गया है जंहा1 की मौत हो गई है , मौत के कारणों का जिम्मेदार पता लगाने में लगे हुये हैं । बता दे ग्राम पंचायत अमरोला के हर्रई एवं पुरैइनडोल मे शनिवार, रविवार,सोमवार मे लगातार मरीज मिलें लेकिन मंगलवार को इस गांव के एक भी डायरिया के मरीज नहीं मिलें, लेकिन ग्राम पंचायत भुईमाड़ जो हर्रई गांव के 18 किलोमीटर पहले हैं यूं कहें कि इस क्षेत्र का आस पास के एरिया का मुख्य स्थान है। यहां भुईमाड़ मे एक वर्षीय बच्ची की मौत होना बताया गया है। मृतक बच्ची गरिमा सिंह उम्र 1 वर्ष के पिता गोविंद सिंह ने बताया कि बच्ची को तीन दिन पहले सर्दी जुखाम खांसी की समस्या जिसको मेडिकल से दवा पिला रहे थे सोमवार को बुखार आने पर था प्रथामिक स्वास्थ्य केन्द्र भुईमाड़ मे दिखायें उसके बाद आराम लगा था जिसके बाद रात में 8 9 बजे के बीच करीबन उल्टी दस्त होने लगा जिसके बाद मेडिकल स्टोर से दवा लाकर पिलायें किंतु आराम नहीं मिल रहा था। लेकिन रात में हास्पिटल नहीं ले गए बल्कि मेडिकल से लायें दवा पिलाते रह गए और लगातर तबीयत बिगड़ रही फिर रात 3:30 पर बच्ची की मृत्यु हो गई। जिसके बाद मृतिका बच्ची के घर नायब तहसीलदार सोने सिंह व पटवारी भुईमाड़ लक्ष्मण साकेत पंहुचे। तो वही भुईमाड़ की ही सोनकुमारी सिंह पति वृजलाल सिंह 70 वर्ष निवासी भुईमाड़ जिनको सोमवार 10 बजे रात प्रथामिक स्वास्थ्य केन्द्र भुईमाड़ मे भर्ती कराया गया था जिनको सुबह 10 बजे जिला अस्पताल सीधी के लिए रेफर कर किया गया है। हर्रई गांव मे घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा चौथे दिन अमरोला पंचायत के हर्रई गांव में डाँ. ऋषभ गुप्ता एवं कुशमी से आयी डाँ. सृष्टि कुशवाहा द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मेडिकल कैंप के लिए जा रहे थे तभी जंगलों के बीच रास्ते में तीश चार जगहों पर पेड़ गिये हुए थे।जिसकों मेडिकल टीम द्वारा काटकर रास्ता खाली किया गया उसके बाद आगें बढे़ एवं कैंप लगाकर लोगों को दवा वितरण किया गया। कैंप में दवा वितरण के साथ अपील कर रहे हैं कि पानी उबालकर पीने एवं साफ सफाई के साथ बासी भोजन ना करने का सलाह दे रहे हैं। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ता हर्रई,अमरोला, ज्वारीटोला के साथ अन्य गावों मे घर घर जाकर जरूरत की मेडिकल सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं एवं किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर तत्काल दवा लेने एवं हॉस्पिटल जाने की सलाह दे रही हैं। तो वही डाँ. ऋषभ गुप्ता के द्वारा आशा कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेकर अलर्ट रहने एवं आवश्यक जानकारी दी गई।