ग्वालियर (ईन्यूज़ एमपी )---- ग्वालियर की आंगनबाड़ियों में घटिया पोषण आहार को लेकर जबरिया आंगनबाड़ी स्टाफ से पत्रक भरवाने का आडियो बहुप्रसारित होने के बाद विभाग ने संज्ञान लिया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी डीपीओ की ओर से सभी आंगनबाड़ी स्टाफ व परियोजना अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि आंगनबाड़ी में घटिया खाना आने पर तत्काल अवगत कराया जाए। औचक निरीक्षण में अगर घटिया खाना पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जो आडियो बहुप्रसारित हुआ था उसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता यह साफ बोल रही हैं कि आंगनबाड़ियों में आने वाला पोषण आहार, जिसमें खिचड़ी घटिया होती है, पानी छोड़ देती है। गाय व भैंस पालने वाले आंगनबाड़ियों से खाना ले जाते हैं, हम खुद देते हैं। हमसे हर माह जबरिया लिखवाया जाता है कि प्रमाणित किया जाता है खाने की गुणवत्ता बहुत अच्छी है। मैडम हमसे चुप रहने को कहती है। जब हम लिखकर ही दे चुके हैं कि खाना की गुणवत्ता अच्छी है तो शिकायत कैसे कर सकते हैं? इसको लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग में हड़कंप है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने परियोजना अधिकारियों से औचक निरीक्षण करने के लिए भी कहा है। पोषण आहार को लेकर सप्लाई का पूरा काम स्व सहायता समूहों के पास है लेकिन इनके पीछे ठेकेदार जैसे लोग काम करते हैं। विभाग की यह पूरी जानकारी में है लेकिन कार्रवाई नहीं होती है। अब जल्द पोषण आहार का नया ठेका होना है और कई रसूखदार लोग इसके पीछे भी लगे हुए हैं। ग्वालियर जिले में साढ़े पांच सौ से ज्यादा आंगनबाड़ी हैं जिसमें कुछ लोग ऐसे हैं जो दो सौ से तीन सौ तक आंगनबाड़ियो का ठेका लिए बैठे हैं। नए ठेके जो होने थे वह भी फाइल होल्ड पड़ी हुई है। आडियो में परियोजना अधिकारी का नाम आडियो में परियोजना अधिकारी डा. गुप्ता का भी नाम सामने आया है जिसमें कार्यकर्ता कह रही है कि वह उन्हें अच्छा अधिकारी समझती थी लेकिन वह नहीं है। इससे यह साफ है कि परियोजना अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध हो सकती है।