सीधी (ईन्यूज एमपी)- कभी कभी नियति अजीब संयोग संजोती है,और जिसकी कल्पना भी नहीं होती ऐसा कुछ कर देती है,इसी तरह का संयोग सीधी जिले में देखने को मिला है,जब एक बाप अपनी ही बेटी के अंडर में काम करेगा,और जिसे सब कुछ सिखाया आज उसी को सर से संबोधन करेगा । जी हां बता दें कि मझौली थाने में प्रशिक्षण अवधि में तैनात महिला डीएसपी शबेरा अंसारी कि खुशी और आश्चर्य का उस समय ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें पता चला कि जिस थाने में वे प्रभारी है वहीं उनके पिता भी सेवा देंगे और जिनसे सब सीखा उन्ही के साथ काम करने का मौका मिलेगा और ये सब केवल कोरोना के कारण....? जी हां दरअसल हुआ यूं कि मझौली थानेदार के रूप में पदस्थ प्रशिक्षु डीएसपी शबेरा अंसारी के पिता अशरफ अली अंसारी भी उप निरीक्षक है और किसी काम से उत्तर प्रदेश के बलिया गये हुये थे लेकिन लाकडाउन में फस गए और पीएचक्यू के आदेश से सीधी में ही रह गए इस बीच पीएचक्यू ने आदेश जारी कर दिया कि जो जहां है वहीं अपनी सेवा देंगे जिसके बाद उप निरीक्षक अशरफ अली अंसारी को अपनी बेटी के थाने में ही आमद देनी पड़ी। मझौली प्रभारी कि माने तो वो बहुत ही खुश हैं कि एक ही थाने में पिता और पुत्री कार्य करेंगे शायद ये मौका जिंदगी में दोबारा कभी मिले न मिले पर अपने कर्त्तव्यों के प्रति दृढ़ता मैंने अपने पिता से ही सीखी है और आज साथ कम करने का मौका मिलने पर अत्यंत प्रसन्न हूं। जी हां इस पूरे मामले में अगर यूं कहूं कि जिस पिता ने बेटी को उंगली पकड़ कर चलना सिखाया वही आज बेटी के अधीन सेवारत हैं ....