सीधी (ईन्यूज एमपी)-कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के मार्गदर्शन में कोरोना वायरस से समाज को सुरक्षित करने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी आगे आ गई हैं। जिले में कई गांव की महिलाएं इन दिनों मास्क बनाने में जुटी हैं। इन महिलाओं ने सात हजार से अधिक मास्क तैयार कर आपूर्ति की है। मास्क बनाने के लिए भरतपुर हैंडलूम में तैयार किए गए काटन कपड़ों का उपयोग किया जा रहा है। मास्क डबल लेयर तथा सिंगल लेयर कपड़ों में बनाए जा रहे हैं तथा विभागों एवं बाजार में सप्लाई दे रही है। कोरोना वायरस से अपने क्षेत्र के लोगों को बचाने के लिए जिले के विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मास्क बना रही हैं। महिला समूह द्वारा इको फ्रेंडली और रीयूजेबल मास्क तैयार किए जा रहे हैं, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी उपयुक्त है। मास्क की गुणवत्ता को देखते हुए अब तक जिले के लगभग सभी विभागों ने मास्क खरीद कर अपने कर्मचारियों और जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया है। जिला प्रशासन ने मास्क की आपूर्ति हेतु समूह की महिलाओं को जिम्मेदारी देने हेतु निर्देशित किया था। इस जिम्मेदारी को महिलाओं ने स्वीकारते हुए तत्काल निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया। जिला सीधी अंतर्गत जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के खारा, भारतपुर ,पिपराव, हिनौती ग्राम में, जनपद पंचायत सीधी के बघवारी, टिकट कला, पड़रा, जमोडी, बरगवां ग्राम में, जनपद पंचायत सिहावल के चित्रवरिया ग्राम में , जनपद पंचायत मझौली के दीया डोल, दादर ग्राम के लगभग 45 स्वयं सहायता समूह सदस्यों द्वारा मास्क का निर्माण किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा निर्मित मास्क की आपूर्ति स्वास्थ्य विभाग, जिला अस्पताल, नगरीय निकाय , कृषि विभाग, आदिवासी विभाग, पुलिस विभाग, जनपद पंचायत, जनसंपर्क कार्यालय तथा ग्राम पंचायत के अलावा सामाजिक संगठनों को भी दी गई है।स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे हैं कपड़े के मास्क पर्यावरण अनुकूल है तथा इसे 8 घंटे उपयोग करने के बाद एंटीसेप्टिक युक्त पानी से धो कर फिर से उपयोग किया जा सकता है। इस कार्य से ना केवल महिलाओं को एक अवसर हासिल हुआ है बल्कि समाज के बचाव व सुरक्षित रखने के लिए अतुलनीय योगदान भी जारी है।