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Home सीधी दर्पण सीधी के किसानो ने धार में सीखे उन्नत खेती के गुर.....

सीधी के किसानो ने धार में सीखे उन्नत खेती के गुर.....

सीधी(ईन्यूज एमपी)-कलेक्टर सह अध्यक्ष गवर्निग बोर्ड ’’आत्मा’’ रवीन्द्र कुमार चैधरी के निर्देशानुसार सब मिशन आॅन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ’’आत्मा’’ योजना (कृषि विभाग) अंतर्गत सीधी जिले के 40 कृषकों को खेती के उन्नत तरीके सिखाने के लिये दिनाॅक 01.11.2019 से लगातार राज्य के अंदर कृषक भ्रमण कराया जा रहा है। इन सभी कृषकों को ’’आत्मा’’ की नोडल अधिकारी सोनम सिंह असिस्टेंट टेक्नोलाॅजी मैनेजर, उद्यानिकी के गुमान सिंह धाकड़, तकनीकी सहायक एवं पशुपालन के वीरेन्द्र विक्रम सिंह, वी.ए.एस. के साथ सागर एवं भोपाल जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र का भ्रमण कराया गया।

इसी क्रम में दिनाॅक 03.11.2019 को कृषकों को धार के प्रगतिशील कृषकों के प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया गया। ’’समन्वित कृषि प्रणाली’’ से खेती को लाभ का धंधा किस प्रकार बनाया जा सकता हैं इसकी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिये कृषकों को मालगाॅव ग्राम के प्रगतिशील कृषक जितेन्द्र पवार के डेयरी फार्म का भ्रमण कराया गया। वहाॅ ’’गिर ब्रीड’’ की गाय से दूध प्राप्त करने के साथ वर्मीकम्पोस्ट बनाकर ’’समन्वित कृषि प्रणाली’’ अपनाई जा रही है एवं कृषक लाखों की कमाई कर रहें हैं। उसके बाद कृषकों को प्रगतिशील कृषक बंटू पटेल ग्राम तिलगारा के प्रक्षेत्र में भ्रमण कराया गया। यहाॅ हमारे कृषकों को ड्रिप इरीगेशन के साथ गुलाब, गेंदा एवं अन्य फूलों की खेती के तरीकों के बारें में बताया गया। यहाॅं कृषकों को 2 कतार अदरक के साथ 1 कतार गेंदा का फूल लगाने के फायदे के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गई। किसानों को बताया गया कि किस प्रकार फूलों की खेती से लाखों की आमदनी की जा सकती हैं। धार जिले के किसानों ने बताया कि अगर हर खेत के किनारों पर कोई न कोई सब्जी लगा दी जाये तो वो भी एक अतिरिक्त आय का स्त्रोत बन जाता है।

उसके बाद कृषकों को धार जिले के प्रगतिशील किसान द्वारका प्रसाद बेकाडा ग्राम तिलगारा के प्रक्षेत्र में भ्रमण कराया गया जहाॅं किसानों ने देखा कि किस प्रकार श्री द्वारका ’’समन्वित कृषि प्रणाली’’ से लाखों की कमाई कर रहें हैं। इन्होंने खेत तालाब बनाया हैं जहाॅ वो मछलीपालन करते है। गाय, भैंस पशुपालन के गोबर मूत्र से वर्मीकम्पोस्ट बनाकर जैविक खेती करते है। इन्होंने पाॅलीहाउस में स्ट्राबेरी, मिर्ची एवं गुलाब की खेती की हैं जिसे वो बाजार में बेचकर लाखों का मुनाफा कमाते हैं। इसी प्रकार भ्रमण के नोडल अधिकारी एवं सहयोगियों ने कृषकों को धार के अन्य प्रगतिशील कृषकों के प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया व देखा की किस प्रकार धार में ’’एप्पल बेर’’ व अन्य फल वाली फसलों की सफल खेती की जा रही है।

भ्रमण कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुये दिनाॅक 04.11.2019 को कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र धार का भ्रमण कराया गया जहाॅं कृषकों को ’’समन्वित कृषि प्रणाली’’ का बहुत अच्छा माॅडल देखने को मिला। कृषि विज्ञान केन्द्र के पी.सी. डाॅ. के. एस. किरार एवं वैज्ञानिक डाॅ. जितेन्द्र सिंह राजपूत द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र का भ्रमण कराते हुये बकरी का बरबेरी ब्रीड, वर्मीकम्पोस्ट एवं कड़कनाथ मुर्गीपालन के बार में सम्पूर्ण जानकारी दी। डाॅ. किरार द्वारा सब्जी उत्पादन से किस प्रकार अतिरिक्त लाभ कमाया जाये इसके बारें में जानकारी देते हुये बाजार लिंकेज के बारे में भी बताया।

ये सब देखकर सीधी जिले के कृषक बहुत ही उत्साहित थे एवं उन्होंने कड़कनाथ मुर्गीपालन अपने जिले में भी करने की उत्सुकता जताई। इसके बाद कृषकों को सुन्दरेल ग्राम के शिव नर्सरी का भ्रमण कराया गया जहाॅ उन्हें सब्जी उत्पादन की सम्पूर्ण उन्नत तकनीकी की जानकारी प्रदाय की गई। धार जिले के प्रगतिशील कृषकों के प्रक्षेत्र में भ्रमण करके हमारे जिले के कृषकों को विश्वास हो गया कि खेती को भी लाभ का धंधा बनाया जा सकता हैं।

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