सीधी(ईन्यूज एमपी)-कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के निराकरण की विभागवार विस्तृत समीक्षा की। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि सभी अधिकारियों को संवेदनशीलता से कार्य करने की आवश्यकता है। अधिकारी सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करें। क्षेत्र का अधिक से अधिक भ्रमण करें तथा हितग्राहियों से नियमित संवाद बनाकर रखें। ऐसा करने से न केवल लोगों के बीच शासन एवं प्रशासन की अच्छी छवि बनेगी बल्कि लोंगों को राहत मिलेगी। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि हितग्राही मूलक शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाये। राहत आदि संबंधी प्रकरणों को अनावश्यक लंबित नहीं रखा जाये। ऐसे प्रकरणों में अधिकारी स्वयं मौके पर जांच कर हितग्राही को संतुष्ट करते हुए शिकायत को विलोपित करायें। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि सीधी जिला एक ग्रामीण आबादी वाला जिला है। यहां आगे आकर स्वप्रेरणा से कार्य करने की आवश्यकता है। कई बार हितग्राही अपनी समस्या से अधिकारियों को अवगत नहीं करा पाते हैं। ऐसे में फील्ड भ्रमण के द्वारा लोगों को जागरूक कर समस्याओं को निराकृत किया जा सकता है। कलेक्टर श्री चौधरी ने आज अधिक लंबित शिकायत वाले विभागों राजस्व विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं खाद्य विभाग की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने रैंडम आधार पर फोन लगाकर चर्चा भी की। कलेक्टर श्री चौधरी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक शिकायत की स्वत: समीक्षा करें और उसमें संतुष्टिकारक निराकरण दर्ज कराएँ। उन्होंने शिकायतों को एल1 स्तर पर ही संतुष्टिपूर्वक निराकृत करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ए. बी. सिंह, अपर कलेक्टर डी.पी. वर्मन, उपखण्ड अधिकारी सिहावल आर.के. सिन्हा, मझौली ए.के. सिंह, चुरहट राजेश मेहता, गोपद बनास एवं कुसमी सुधीर कुमार बेक, जिला आपूर्ति अधिकारी आशुतोष तिवारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।