भोजपुर (ईन्यूज़ एमपी)-बिहार के भोजपुर जिले में एक महिला को दिनदहाड़े निर्वस्त्र कर पिटाई करने और सरे बाज़ार घुमाने के मामले में पुलिस ने 360 लोगों के खिलाफ 3 मुकदमें दर्ज किए हैं. जिनमें नामजद 15 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को एक युवक की लाश मिलने के बाद महिला पर हत्या का शक जताते हुए उसके साथ इस वारदात को अंजाम दिया गया था| महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में देर रात भोजपुर पुलिस ने इलाके में छापेमारी की और 15 लोगों को हिरासत में ले लिया. इन सभी लोगों से पूछताछ चल रही है और पुलिस उन लोगों को पहचानने की कोशिश कर रही है जो महिला को निर्वस्त्र कर उसे पीटने और बाजार घुमाने के लिए शामिल थे| दरअसल, ये पूरी वारदात सोमवार दोपहर की है. जब बिहिया रेलवे स्टेशन के पास 20 वर्षीय विमलेश शाह का शव रेलवे ट्रैक पर बरामद हुआ था. लाश मिलने के बाद आक्रोशित लोगों ने वहां जमकर उत्पात मचाया. दुकानों में लूटपाट की. वाहनों में तोड़फोड़ की| इस हंगामे के थोड़ी देर बाद आक्रोशित लोगों ने आरोप लगाया कि युवक की हत्या के पीछे बिहिया बाजार के रेड लाइट इलाके में रहने वाला एक परिवार जिम्मेदार है. इसके बाद भीड़ ने इस रेड लाइट इलाके पर हमला बोल दिया और 5 घरों में आगजनी की. गुस्साए लोगों ने कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया| इतने पर भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ, उन्होंने उस परिवार की एक महिला को खींचकर बाहर निकाला जिसके ऊपर युवक की हत्या का आरोप है और फिर उसे निर्वस्त्र कर उसकी जमकर पिटाई की. महिला की पिटाई करने के बाद लोगों ने उसे बिहिया बाजार में 1 घंटे तक नग्नावस्था में घुमाया| हद तो तब हो गई जब मौके पर मौजूद बिहिया थाने के अधिकारी और पुलिस इस दौरान मूकदर्शक बने रहे और उपद्रवियों को जमकर उत्पात मचाने की छूट दे दी. इसके बाद देर शाम गुस्साए लोगों ने बिहिया रेलवे स्टेशन से गुजर रहे तीन ट्रेनों पर भी हमला बोल दिया. जमकर पत्थरबाजी की. भीड़ पर काबू करने के लिए शाम को पुलिस ने फायरिंग भी की| देर रात इलाके में तनाव को शांत करने के लिए आसपास के सभी थानों की पुलिस बल को बिहिया में तैनात किया गया. महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में पुलिस की लापरवाही को देखते हुए बिहिया थाने के प्रभारी कुंवर गुप्ता को देर रात निलंबित कर दिया गया| मंगलवार की सुबह भोजपुर के डीएम और एएसपी ने पीड़ित महिला से बिहिया पुलिस स्टेशन में मुलाकात की. दोनों अधिकारियों ने महिला से मिलकर देर तक पूछताछ भी की. उधर, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने वाले किशोरी यादव को भी पहचान के लिए पीड़िता के सामने पेश किया गया| पीड़िता के बेटे ने इस मामले में जहां न्याय की गुहार लगाई है, वहीं मृतक विमलेश शाह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसकी गर्दन की हड्डी टूटी हुई थी. जिससे ये साफ हो गया है कि उसकी हत्या करने के बाद शव वहां फेंका गया था|