दिल्ली (ईन्यूज एमपी)-लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन से पहले विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच ही अपने भाषण की शुरुआत की, भाषण के दौरान विपक्षी सांसद नारेबाजी करते रहे. विपक्षी पार्टी के साथ टीडीपी भी लोकसभा में हंगामा कर रही है. लोकसभा के बाद पीएम मोदी राज्यसभा को भी संबोधित करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि अभिभाषण के बाद जो चर्चा हुई है, उसपर पक्ष-विपक्ष दोनों तरफ से बातें कहीं गई हैं. मोदी ने कहा कि सदन में सार्थक चर्चा हुई है, लेकिन सिर्फ विरोध के खातिर ही विरोध करना कितना उचित है ये देखना होगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति किसी दल या पार्टी के नहीं होते हैं. हमारे देश में राज्यों की रचना अटल बिहारी वाजपेयी ने भी की थी, उन्होंने तीन राज्यों की रचना की थी लेकिन कोई हंगामा नहीं हुआ था. किसी भी राज्य को कोई भी समस्या नहीं हुई थी. पीएम मोदी बोले कि जब आपने (कांग्रेस) भारत का विभाजन किया और देश के टुकड़े किए और जो जहर बोया उसके कारण ये हंगामा हो रहा है. मोदी ने कहा कि आपके जहर की कीमत देश चुका रहा है, आंध्र के साथ जो हुआ वो सही नहीं हुआ था. कांग्रेस ने चुनाव के लिए जो हड़बड़ी में किया, उसके कारण ही 4 साल के बाद भी ये समस्या पैदा हुई हैं. उन्होंने कहा कि कल मैं खड़गे जी का भाषण सुन रहा था उसमें समझ नहीं आ रहा था कि वे किसे संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने बशीर बद्र की शायरी से शुरुआत की, जो शायरी सुनाई है वो कर्नाटक के सीएम ने जरूर सुनी होगी. शायरी में कहा कि दुश्मनी जमकर करो, लेकिन ये गुंजाइश रहे जब हम दोस्त बन जाए तो शर्मिंदा ना हो. उम्मीद है कि कांग्रेस सीएम ने ये बात सुनी होगी. मोदी बोले कि अच्छा होता कि शायरी की शुरुआती लाइन गौर से पढ़ लेते. पीएम ने बशीर बद्र की आगे की शायरी सुनाते हुए कहा कि 'जी चाहता है सच बोलें, जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता.' कर्नाटक के चुनाव के बाद क्या पता खड़गे जी वहां होंगे या नहीं ये शायद उनकी फेयरवेल स्पीच भी हो सकती है. जब फेयरवेल स्पीच होती है तो सम्मान से देखी जाती है. PM मोदी ने कहा कि हमारी आजादी के बाद कई देश आजाद हुए और हम से आगे बढ़ गए. हम नहीं बढ़ पाए ये मानना होगा, आपने मां भारती के टुकड़े कर दिए. इसके बावजूद भी ये देश आपके साथ रहा था, आप उस जमाने में देश पर राज कर रहे थे जब विपक्ष सिर्फ नाममात्र का था. मीडिया भी उस दौरान काफी कम था. मोदी ने कहा कि उस दौरान न्यायपालिका में नियुक्ति भी कांग्रेस पार्टी करती थी, आप जिन विचारों से पले-बढ़े हो उस दौरान वैसा ही माहौल देश में था. पंचायत से पार्लियामेंट तक आपका ही राज था, लेकिन आपने पूरा समय एक परिवार के गीत गाने में खपा दिया. देश के इतिहास को भुलाकर एक ही परिवार को याद किया. पीएम बोले कि जब कहा गया कि देश को नेहरु और कांग्रेस ने लोकतंत्र दिया तो मैं आश्चर्य में पड़ता हूं. उन्होंने कहा कि हमारे देश में जब बुद्ध परंपरा थी तब भी देश में लोकतंत्र था, सिर्फ कांग्रेस और नेहरू जी ने लोकतंत्र नहीं दिया. मोदी ने कहा कि एक परिवार की भक्ति करने के कारण खड़गे की कुर्सी कर्नाटक चुनाव के बाद भी बची रह सकती है. लेकिन आपको जगतगुरु बसेश्वर का अपमान नहीं करना चाहिए. मोदी ने कहा कि मनमोहन सरकार में मंत्री रहे आपकी पार्टी के नेता ने कहा था कि जहांगीर की जगह पर शाहजहां आए, शाहजहां की जगह पर दूसरे आए तो हमारे यहां भी आ गए. और आप लोग लोकतंत्र की बात करते हो. आपकी पार्टी के पूर्व पीएम राजीव गांधी जब हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतरते हैं, तो वहां उन्होंने एक दलित मुख्यमंत्री का अपमान किया था. क्या ये लोकतंत्र का अपमान नहीं है. टीडीपी उसी अपमान के कारण पैदा हुई थी. पीएम ने कहा कि इस देश में 90 से अधिक बार धारा 356 का दुरुपयोग करते हुए राज्य सरकारों को आपने उखाड़ कर फेंक दिया. आपने पंजाब, तमिलनाडु में ऐसा ही किया. जब आत्मा की आवाज उठती है तो कांग्रेस का लोकतंत्र दुबक जाता है. पीएम मोदी ने कहा किआपकी पार्टी की सरकार ने जब एक निर्णय लिया, तब आपके पदाधिकारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार के आदेश के टुकड़े कर दिए थे. उन्होंने कहा कि देश में कांग्रेस में नेतृत्व के लिए चुनाव हुआ, 15 कांग्रेस कमेटियों में से 12 कांग्रेस कमेटियों ने सरदार पटेल को चुना था, 3 ने नोटा दिया था. वो कौन-सा लोकतंत्र था, पंडित नेहरू को पीएम बनाया गया. अगर ऐसा ना हुआ होता तो कश्मीर का हिस्सा पाकिस्तान के पास ना हुआ होता. अभी दिसंबर में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव हुए थे, तब क्या हुआ. तब एक युवा ने पर्चा भरने को कहा लेकिन आपने उसकी आवाज दबा दी और एक नेता की ताजपोशी कर दी. दूसरी तरफ कांग्रेस आज सदन में राफेल डील के मुद्दे पर सरकार पर हमला बोल सकती है, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को ही राफेल डील को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोला था. ऐसे में देखना होगा कि क्या पीएम मोदी इस मुद्दे पर बयान दे सकते हैं या नहीं. बता दें कि बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से हुई थी, जिसके बाद 1 फरवरी को बजट पेश किया गया था.