सीधी (ईन्यूज एमपी )-कलेक्टर दिलीप कुमार ने सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की सघन समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि जिले में शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए सभी को दृढसंकल्पित होकर कार्य करना होगा। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिन शिक्षकों की शिक्षण शैली कमजोर है उन्हे सेवा निवृत्त प्राचार्यो के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाय साथ ही उन्हे अच्छा परिणाम देने वाले विद्यालय में दस दिवस के लिए भेजकर उन्हे प्रैक्टिकल अनुभव भी प्रदान किया जाये। कलेक्टर ने समस्त विद्यालयों को निर्देश दिये है कि 15 दिवस के अन्दर वे प्रतिभा पर्व के आधार पर बच्चों का अवलोकन कर उनमे गुणात्मक सुधार कर लें अन्यथा निरीक्षण के दौरान यदि किसी भी प्रकार की कमी पाई जाती है तो सम्बन्धित शिक्षक के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जायेगी। साथ ही बी.आर.सी. एवं बी.ई.ओ. को निर्देशित किया कि वे विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान प्रतिभा पर्व के आधार पर बच्चों का अवलोकन करें और लापरवाह शिक्षकों के विरूद्ध कडी कार्यवाही प्रस्तावित करें। कलेक्टर दिलीप कुमार ने कहा कि नवीन सत्र में अशासकीय शालाओं को मान्यता तभी दी जायेगी जब वे सभी निर्धारित मापदण्डों को पूरा करेंगे। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि सभी अशासकीय स्कूलों को एक सप्ताह के अन्दर नोटिस देकर सूचित करें कि वे किन किन मापदण्डो को पूरा नही करते हैं। कलेक्टर ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अन्र्तगत निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा की तथा निर्देश दिये कि जिन स्कूलों के लिए जमीन आवंटित की जा चुकी है उनमें निर्माण कार्य प्रारम्भ करने की समस्त कार्यवाहियां पूर्ण की जायं। बैठक में सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक डाॅ. के.एम. द्विवेदी, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक अशोक तिवारी, सहायक परियोजना समन्वयक सुजीत कुमार मिश्रा बी.ई.ओ. और बी.आर.सी. उपस्थित थे।