रायपुर(ईन्यूज एमपी)-- दंतेवाड़ा में फंगस वाले ऑपरेशन थियेटर में मोतियाबिंद ऑपरेशन में गड़बड़ी के बाद आंबेडकर अस्पताल लाए गए 11 में से आठ मरीजों का दोबारा ऑपरेशन किया गया। इन मरीजों की आंखों में इंफेक्शन फैल गया था। इस वजह से दोबारा ऑपरेशन करना पड़ा। वहीं, दो मरीजों को दोबारा ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं है, इनकी आंखों में फैले इंफेक्शन को दवाओं के सहारे से ठीक किया जा सकता है। वहीं, एक मरीज की स्थिति नाजुक बनी हुई है। उन्हेंएक दो दिन दवाएं देकर आंखों का संक्रमण कम करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि संक्रमण कम होने के बाद ही इनका ऑपरेशन किया जाएगा।स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अस्पताल में भर्ती मरीजों और स्वजनों से मुलाकात करने पहुंचे। मंत्री ने स्वजनों और मरीजों से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के स्टाफ और चिकित्सकों से भी बात कर उन्हें बेहतर काम करने और मरीजों की उचित देख देख करने के निर्देश दिए।दंतेवाड़ा नेत्र कांड की जांच के लिए स्वास्थ्य संचालनालय की तरफ से तीन सदस्यीय टीम गठित की गई थी। टीम ने दंतेवाड़ा पहुंचकर जांच किया। जांच में प्रथम दृष्टया मोतियाबिंद सर्जरी के लिए निर्धारित प्रोटोकाल का पालन समुचित पालन नहीं किया गया। अपने दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने की वजह से नेत्र सर्जन डा. गीता नेताम को निलंबित कर दिया गया है।