नई दिल्ली (ईन्यूज एमपी)-यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूस और अमेरिका के बीच तल्खी और बढ़ती जा रही है. लगातार परमाणु हमले की धमकी देने वाला रूस एक बार फिर से परमाणु अभ्यास करने जा रहा है. पिछली बार रूस ने फरवरी में न्यूक्लियर ड्रिल की थी. रूस ने अमेरिका को अपनी ड्रिल के बार में औपचारिक जानकारी भी दे दी है. यहां पर गौर करने वाली बात ये है कि 30 अक्टूबर तक अमेरिका और उसके सहयोगी देश भी न्यूक्लियर ड्रिल कर रहे हैं. 2 महाशक्तियों की परमाणु ड्रिल ने जेलेंस्की को डरा दिया है. यूक्रेन युद्ध का ये सबसे खतरनाक मोड़ है. 17 अक्टूबर से नेटो के 14 देश बेल्जियम में न्यूक्लियर एक्सरसाइज में व्यस्त हैं. 30 अक्टूबर को ये परमाणु ड्रिल खत्म हो पाती, उससे पहले रूस से एक बहुत बड़ी खबर आ गई. रूस भी नेटो को काउंटर करने के लिए न्यूक्लियर एक्सरसाइज शुरू कर रहा है. जिसका नाम है Thunder nuclear exercise. रूस में इसे ग्रोम भी कहा जाता है. अमेरिका को पता है कि पुतिन इस मेगा ड्रिल में अपनी स्ट्रैटजिक न्यूक्लियर फोर्स की तैयारी देखते हैं. मिसाइल लॉन्चिंग का सीधा प्रसारण क्रेमलिन में किया जाता है. हालांकि रूस ने अमेरिका को Thunder nuclear exercise के बारे में सूचना दे दी है. लेकिन फिर भी अमेरिका और नेटो कंट्रीज इस वक्त रूस की न्यूक्लियर ड्रिल से जुड़ी हर अपडेट पर नजर बनाए हुए हैं. यूक्रेन की जंग में परमाणु हथियारों के प्रयोग की आशंका के बीच रूसी सेना का परमाणु अभ्यास महज रूटीम एक्सरसाइज समझ कर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार रात को रूस की तरफ से परमाणु हमले के खतरे को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, ‘कोई भी परमाणु हमला निश्चित रूप से रूस की ‘गंभीर गलती' होगी.’ बता दें कि अमेरिका लगातार रूस को परमाणु हमले को लेकर चेतावनी दे रहा है कि वह गलती से भी यूक्रेन में न्यूक्लियर अटैक न करे, नहीं तो इसके बुरे परिणाम भुगतने होंगे. पिछले कुछ दिनों से यूक्रेन में न्यूक्लियर अटैक की आशंका बढ़ गई है और इसके पीछे कई वजहें हैं. सबसे पहली वजह रूसी सेना का अचानक बेलारूस की धरती का इस्तेमाल यूक्रेन से जंग में करना. माना जा रहा है कि रूस ने यह कदम परमाणु हमले को लेकर ही उठाया है. वहीं दूसरी वजह ये भी है कि पिछले दिनों रूस ने यूक्रेन पर आरोप लगाया था कि वह अपनी ही धरती पर डर्टी बम का इस्तेमाल कर सकता है, लेकिन यूरोपीय देशों ने इस आरोप को खारिज कर दिया और माना जा रहा है कि उल्टा रूस परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है और वह जानकर ऐसे आरोप लगा रहा है जिसकी आड़ में वह हमला कर सके. इसके अलावा परमाणु हमले की आशंका इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि कई देश अचानक अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़कर फौरन निकलने की सलाह दे रहे हैं.