सीधी (ईन्यूज एमपी)- सामान्यत: कहा जाता है कि खाते में पैसा कोई भी जमा करें लेकिन आहरण गैर खाताधारक की रजामंदी व मौजूदगी के नहीं होता, लेकिन जिले के मझौली जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत नौढ़िया में एक के बाद एक कई लोगों के खाते से राशि आहरण के मामले सामने आ रहे हैं, जिसकी शिकायत लेकर हितग्राही आए दिन कलेक्टर की जनसुनवाई में शामिल हो रहे हैं लेकिन उन्हें केवल निराशा ही हाथ लग रही है। जी हां बता दें कि मझौली जनपद की ग्राम पंचायत नौढ़िया सचिव हिमांशु गुप्ता द्वारा भ्रष्टाचार की इबारत कुछ इस तरह लिखी जा रही है कि आम जन बेहाल हो गए है और आये दिन करीब 60 किलोमीटर का सफ़र तय कर जिला मुख्यालय अपनी पीड़ा सुनाने पहुच रहे है| ग्रामीणनो कि मने तो ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा सभी नियमों को दरकिनार कर ग्रामीणों का शोषण किया जा रहा है, कई लोगों के खाते फिनो बैंक में खुलवाने के बाद उनके समस्त दस्तावेज सचिव द्वारा अपने पास रख लिए गए हैं, और ग्राम पंचायत में होने वाले निर्माण कार्यों व अन्य कार्यों की मजदूरी इन्हीं खातों में डालकर सचिव द्वारा खाते से राशि का आहरण भी कर लिया जा रहा है, इन तमाम बातों को लेकर पूर्व में भी जांच हेतु शिकायत पत्र सीईओ जनपद पंचायत मझौली, सीईओ जिला पंचायत सीधी व कलेक्टर को जनसुनवाई में दी जा चुकी है लेकिन आज तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिससे ग्राम पंचायत के सचिव हिमांशु गुप्ता के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब ग्रामीणों के खाते में मजदूरी के अतिरिक्त राशि भी हरण की जा रही है| मंगलवार को हुई जनसुनवाई में मझौली जनपद के नौढ़िया ग्राम पंचायत के 2 हितग्राहियों सुरेश सिंह व नरेंद्र सिंह द्वारा कलेक्टर को आवेदन पत्र देते हुए शिकायत की गई है कि उनके खातों में आई मनरेगा की मजदूरी व सरकार से मिलने वाली किसान सम्मान निधि की राशि सचिव ग्राम पंचायत नौढ़िया हिमांशु गुप्ता द्वारा धोखे व जालसाजी से आहरण कर ली गई है। उक्त दोनों शिकायतकर्ताओ द्वारा लिखित शिकायत की गई है कि वे अति गरीब सूची ( बीपीएल) श्रेणी में आते हैं और मजदूरी कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं उनका नाम मनरेगा अंतर्गत पंजीयन होकर श्रमिक पंजीयन कार्ड भी बना है जिसके आधार पर ग्राम पंचायत के अंतर्गत होने वाले निर्माण कार्यों में आवेदकों द्वारा मजदूरी कर शासन से मजदूरी प्राप्त की जाती है जहां की मनरेगा की मजदूरी ग्राम पंचायत सचिव के प्रस्ताव पर जिला पंचायत कार्यालय से भेजी जाती है, लेकिन ग्राम पंचायत सचिव हिमांशु गुप्ता द्वारा हम लोगों की मजदूरी का भुगतान करने के नाम पर बैंक खातों का एटीएम कार्ड व पासबुक ले जाकर अपने पास रख लिया गया है और कहा जाता है कि जब मजदूरी आएगी तो एटीएम से निकाल कर आपको भुगतान कर दिया जाएगा लेकिन कई निर्माण कार्यों में कार्य किये जाने के बाद भी आज तक सचिव द्वारा उन्हें भुगतान नहीं किया गया है, और बैंक के जमा निकासी विवरण निकलवाने पर यह पता चलता है कि उनके खाते में राशि कई बार आई और उसका आहरण भी कर लिया गया है और तो और शासन से मिलने वाली किसान सम्मान निधि कि राशि भी सचिव द्वारा आहरित कर ली गई है | शिकायतकर्ताओ द्वारा कलेक्टर से उक्त मामले में कार्यवाही की मांग करते हुए उनके बैंक के कागजात पासबुक, एटीएम वापस दिलाने व उनके खाते से आहरित राशि उन्हें वापस दिलाने की मांग की गई है|