सीधी (ईन्यूज एमपी)- सीधी जिले में बढ़ते अपराधों नशा वृत्ति एवं बिगड़ी हुई पुलिस कार्यप्रणाली के विरुद्ध जनता के अलावा अब जनप्रतिनिधियों के स्वर भी मुखर हो रहे हैं, और जिम्मेदार आला अधिकारियों के क्रियाकलाप पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। गौरतलब है कि विगत कुछ दिनों से जिले भर में कई अप्रिय और अशोभनीय घटनाओं का दौर जारी है, अपराधिक तत्वों की मनोवृति उत्तरोत्तर प्रगति पर है और इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, आए दिन जिले में अपराधों की संख्या बढ़ रही हैं नशा वृत्ति वैमनस्यता और राह जनी की घटनाएं उभर कर सामने आ रही हैं, शहर से लेकर ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में भी अपराध अपने पैर पसार रहा है,कही चोरी तो कहीं छिनैती और मारपीट की घटनाएं लगातार सामने आ रही है, आए दिन लावारिस शव बरामद हो रहे हैं नशे का कारोबार और खनिज संपदा का अवैध व्यापार अपने पूरे शबाब पर है और इन तमाम बातों को लेकर अब तक आम आदमी के स्वर ही उभर कर सामने आ रहे थे, लोग जिले की पुलिसिया व्यवस्था पर संदेश भरी प्रतिक्रियाएं दे रहे थे, आम आदमी धीरे धीरे पुलिस के व्यवहार और बढ़ते अपराध से खुद को छला सा महसूस कर रहा था लेकिन अब धीरे-धीरे जनप्रतिनिधियों के स्वर भी जनता के समर्थन में उभर रहे हैं और जनप्रतिनिधियों के द्वारा अब खुलकर पुलिस के आला अधिकारियों पर दोषारोपण किया जा रहा है, और उन्हें उनके मूल कर्तव्य की याद दिलानी पड़ रही है । भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया है कि पंचायत चुनाव से पूर्व जिले में बढ़ रही हिंसक घटनाएं चिंतनीय हैं, अपराधों को मूल दिशा से भटकान अनदेखी करना, थानों में अपराधियों से मिलीभगत वाले कर्मचारियों की नियुक्ति तथा निरपराध लोगों को पुलिसिया कार्यवाही, पूछताछ की आड़ में प्रताड़ित करना उचित नहीं है, और जनप्रतिनिधियों द्वारा दी गई सूचना को नजरअंदाज करना यह जिले में पहली बार हो रहा है। गौरतलब है कि वर्तमान सीधी विधायक द्वारा की गई यह टिप्पणी बेहद अहम मानी जा रही है और यह कहीं ना कहीं उन सभी अपराधियों और संलिप्त अधिकारियों कर्मचारियों के लिए भी एक चेतावनी है।