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सीधी जनपद के सोलर घोटाले कि होगी जांच,न जाने किस किस पर आएगी आंच.....

सीधी (ईन्यूज एमपी)-जनपद पंचायत सीधी के सीईओ राजीव मिश्रा द्वारा पंचायतों में हुए सोलर लाइट क्रय भुगतान की वास्तविक स्थिति जानने और अनियमितताओं व भ्रष्टाचार की जांच हेतु अधिकारियों और कर्मचारियों का दल गठित किया गया है जो वास्तविक स्थिति को सामने रखेगा।

जनपद सीईओ द्वारा आदेश जारी करते हुए कहा गया है कि 14 वा वित्त आयोग व 15 वा वित्त आयोग की राशि ग्राम पंचायतों के खाते में सीधे भेजी गई थी जिसमें जीपीडीपी एवं 15 वा वित्त आयोग की कार्य योजना अबाद्ध एवं अनाबाद्ध राशि की बनाई जाकर नियमानुसार टीएस,ए एस जारी कर अनुमत्य कार्यों में खर्च किए जाने के निर्देश दिए गए थे लेकिन ई ग्राम स्वरोजगार पोर्टल के अवलोकन में पाया गया कि ग्राम पंचायतों में मनमाने तरीके से शासन के नियमों के विपरीत सोलर लाइट क्रय किया जाकर भुगतान किया गया है, जिसकी जांच दल द्वारा क्रमबद्ध तरीके से जांच की जाएगी एवं यह भी देखेगी कि सोलर लाइट लगाए जाने संबंधी नियमों का पालन किया गया अथवा नहीं, संबंधित विभागों से एनओसी ली गई या नहीं, ग्राम सभा द्वारा कार्ययोजना अनुमोदित है या नहीं, ग्राम पंचायत से प्रस्तावित पारित है या नहीं क्रय नियमों का पालन हुआ है या नहीं ऐसी तमाम बातों की जांच दल पडताल करेगा एवं आगामी 25 नवंबर तक इसके भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा जिसमें अनियमितता पाए जाने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।



पंचायतों में अनियमितता और भ्रष्टाचार किस कदर हावी है इससे हर कोई वाकिफ है, नियमों को दरकिनार कर शासन की योजनाओं में पलीता लगा कर किस प्रकार धनाराजन किया जाए यह पंचायत के जिम्मेदारों को बखूबी पता है और हर नियम को झांसा बधाने पर इन्हें महारथ हासिल है, हां यह बात अलग है कि ये इनके अकेले के बस की बात नहीं है, इसमें कहीं ना कहीं सब की हिस्सेदारी है नहीं तो भुगतान और फिर दान कैसे हो..... खैर यह सब तो सर्वविदित है और आमजन इसका आदि भी हो गया है,सझम और जिम्मेदार कुर्सी पकड़े बैठे हैं। माननीयों के छत्रछाया में रह रहे महानुभावों की कृपा से भी कई विकास कार्य अपने स्वरूप में आते हैं, भले ही विकास रूपी पौधा बढ़ने से पहले ही ढह जाए पर उनकी बात और उनके काम को मजाल क्या कि कोई इंकार कर दे या उनके काम के भुगतान को टाल दें, कुर्सियां बदलने की नौबत आ जाएगी....। पंचायतों में चल रहे भ्रष्टाचार से सब वाकिफ हैं और सब प्रक्रिया भी जानते हैं पर सब चुप हैं, कोई नोट के लिए, कोई वोट के लिए और कोई सपोर्ट के लिए......

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