भुईमाड़(ईन्यूज एमपी)- सीधी जिले के आदिवासी विकासखंड कुशमी प्रथामिक स्वास्थ्य केन्द्र भुईमाड़ मे बुधवार को महिला नसबंदी कैंप का आयोजन किया गया था, जहां भारी अव्यवस्था देखने को मिली, एक ओर जहां सरकार की मंशा होती हैं कि आदिवासी बाहुल्य इलाकों में बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया हो,लेकिन सीधी जिले के आदिवासी विकासखंड कुशमी के भुईमाड़ क्षेत्र मे सरकार के मंशा के विपरीत कार्य किया जा रहा है, आपको बता दें कि महिला नसबंदी कैंप का आयोजन किया गया था, जिसमें 20 लोगों का आपरेशन किया गया है।, जहां दिन ढलने के पहले खत्म हो जाने वाले आपरेशन को दिन ढलने के बाद शाम को 8 बजे के काफी देर बाद शुरू होकर रात्रि 11 बजे तक आपरेशन चला, ठंड के मौसम मरीजों को रात भर यूं ही जमीन पर गद्दा के ऊपर दरी विछा कर लेटा दिया गया था, जबकि ग्रामीण अंचल होने के साथ ही प्रथामिक स्वास्थ्य केन्द्र भुईमाड़ जो आपरेशन केन्द्र बनाया गया था, वहां से देवरी बांध महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित है,जिसके कारण ठंड और भी ज्यादा थी, लेकिन मरीजों को ओढने के लिए कुछ भी नहीं मिला था, तो मरीजों के परिजनों को क्या मिला होग इसका अंदाजा वैसे भी लगाया जा सकता है, तो कुछ मरीज घर से लाये हुए थे, जो घर से नहीं लायें हुए थे वो ऐसे ही ठंड में रह गए,ऐसे मे साफ साफ जाहिर होता है कि कितनी बडी़ लपारवाही किया जाता है, ऐ कोई पहली बार नहीं हुआ है कि पहली बार की बात है, हर बार आपरेशन कैंप ऐसे ही अव्यवस्था देखने को मिलती हैं। ऐ तो सबाल खडा़ होता है कि आखिर ऐसी लापरवाही कब तक चलती रहेगी।?