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सीधी- चेहरे चर्चित चार, नेता अफसर - विधिक पत्रकार....

आदरणीय पाठक बंधु
सादर अभिवादन स्वीकार हो।
हम आपके लिए एक ऐसा धारावाहिक लेख प्रस्तुत कर रहे है, जिसमे चार ऐसे लोंगो की जानकारी विशेष है , जिन्होंने विभिन्न अलग अलग क्षेत्रो पर बहुत अच्छा कार्य करके लोंगो का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है, जैसा कि आप हेडिंग से उन कार्यक्षेत्रों के बारे में समझ गए होंगे।
मेरी पूरी कोशिश होगी कि उनलोंगो के जीवन के कुछ रोचक, सुखद, और संघर्ष के बारे में जानकारी इकट्ठा करके लिख सकूं, और सहज शब्दो के माध्यम से उस भाव को आपके सामने प्रकट कर सकूं, जिससे आप किसी भी घटना क्रम को पूर्ण रूप से सही समर्थन दे सकें।
आपका
सचीन्द्र मिश्र
सीधी

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📱 चेहरे चर्चित चार📱
नेता अफसर - विधिक पत्रकार
जिनकी कहानी कलम लिखेगी " समाजसेवी " व्यापारी और वैद्य रचनाकार ।


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👉 के.के. तिवारी ✍️
पूर्व अध्यक्ष
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आज हमारे चर्चित चेहरे चार के नेता हैं हंसमुख स्वभाव के धनी कृष्ण कुमार तिवारी जिन्हें हर कोई के के तिवारी के नाम से जानते हैं, के के तिवारी का जन्म 1 जुलाई 1970 को चुरहट तहसील के उकरहा गांव में हुआ था, चुरहट विधानसभा क्षेत्र में जन्मे के के तिवारी जी की स्कूली शिक्षा प्रारंभिक तौर पर गृह ग्राम उकरहा की प्राथमिक शाला में ही हुई माध्यमिक शिक्षा हेतु ये शासकीय हाई स्कूल लकोड़ा गए इसके उपरांत हायर स्कूल नवमी की पढ़ाई इन्होंने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धुम्मा व हायरसेकण्ड्री की पढ़ाई इन्होने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मऊगंज से कंप्लीट की । जबकि संजय गांधी महाविद्यालय से इन्होने राजनीति से M.A.व L.L.B. की शिक्षा ग्रहण की है ।

विद्यार्थी जीवन से ही उनके रोम रोम में हिंदुत्व समाहित था और यंही से श्री तिवारी RSS की ओर रुख कर गये , वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रथम वर्ष में प्रशिक्षित स्वयंसेवक है , इसके अतिरिक्त बजरंग दल में प्रखंड संयोजक रहे हैं साथ ही चुरहट प्रखंड जिला सह एवं जिला संयोजक भी रहे हैं । साथ ही विश्व हिंदू परिषद के रीवा विभाग में विभाग मंत्री व सीधी जिले की विद्या भारती प्रबंध कारिणी सदस्य हैं । आप सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चुरहट में 2004 से 2010 तक व्यवस्थापक रह चुके हैं । साथ ही सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सीधी में सदस्य भी रहे है । श्री तिवारी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन, श्री राम सेतु रक्षा मंच, गोवंश रक्षा, कार सेवा के क्षेत्र में सक्रिय भागीदार निभाई है । इसके साथ साथ आप बीजेपी के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं ।

के के तिवारी जी के पदों की बखान इतनी ही नही है ये लगातार दो - दो वार के कार्यकाल तक अध्यक्ष पद का निर्वहन किया है । अप्रैल 2010 से दिसंबर 2015 तक भाजपा के जिलाध्यक्ष का कार्यभार संभाला है, साथ ही 2015 से 2021 तक प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य भी रहे हैं ।
संगठन को इन पर इतना विश्वास था की इन्हें विशेष चुनावी दायित्व सौपते हुए विधानसभा चुरहट का सेक्टर एवं विधानसभा प्रभारी बनाया गया था 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान धौहनी विधानसभा की विशेष जिम्मेदारी भी इन्ही को सौपी गई थी, इसके अतिरिक्त 2019 लोकसभा चुनाव में सीधी जिले का संयोजक भी बनाया गया था । श्री तिवारी 2001 में जिले के ख्याति प्राप्त अधिवक्ता स्वर्गीय राधेश्याम वर्मा जी के सानिध्य में वकालत भी कर चुके हैं । श्री तिवारी की धर्मपत्नी शशि प्रभा तिवारी 2001 से 2005 तक जनपद सदस्य व 2015 में जिला पंचायत वार्ड क्रमांक 5 मवई से जिला पंचायत सदस्य भी रही है, इस दौरान इन्हें जिला पंचायत की निर्माण समिति का सभापति हैं ।

श्री तिवारी जी अत्यंत सामान्य परिवार से थे उन्होंने अशासकीय विद्यालयों में बतौर अध्यापक काम भी किया इसके अतिरिक्त इन्हे विद्यालय संचालन का भी अनुभव रहा है बच्चों को ट्यूशन देना भी इनके कार्य क्षेत्र का हिस्सा रहा है । श्री तिवारी जी ने राम जन्मभूमि आंदोलन, रामसेतु रक्षा आंदोलन एवं गौ रक्षा हेतु अनेक बार जेल की यात्राएं भी की है, संक्षेप में अगर यह कहे कि संघर्ष के बलबूते एक सामान्य परिवार से उभरे के के तिवारी जी ने जिले में बेहद सम्माननीय कार्य किए हैं तो यह सर्वथा गलत नहीं होगा । वर्तमान समय उनके लिये अनकूल नही है , दल के भीतर आज दलदल है किंतु बीजेपी जैसे दल के प्रति बफादारी की बात की जाये तो बाकई के.के. जैसे कट्टर अंगुलियों में मिलेंगें ...? उसूल व सिद्धांत की राजनीति करने वालों में सुमार इस चेहरे के किस्से भी अनंत हैं । विपरीत परिस्थितियों में भी स्वाभिमान और सम्मान के साथ अनवरत बीजेपी का झण्डा बुलंद करने में आज भी कोई कोर कसर नही है ।


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👉 मोहनलाल तिवारी ✍️
रिटायर्ड डीईओ
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चेहरे चर्चित चार में से एक ऐसा चेहरा जिसकी कभी रीवा की सियासत में दमदार दखल हुआ करती थी , जो डीईओ वनाकर प्रशासनिक क्षेत्र की सुर्खियों में वने रहते थे । हमारे यह अफसर शिक्षा विभाग के कई उच्च पदों पर आसीन हो चुके मोहनलाल तिवारी जी हैं । जिनका जन्म रीवा जिले के मनगवा तहसील अंतर्गत तिवारिगमा गांव में हुआ था जिनकी शैक्षणिक योग्यता एमए,एमपीएड, बी एंड, व योगा कि डिग्री प्राप्त की है।

मोहन लाल तिवारी ने शिक्षा विभाग में कार्यरत रहते हुए विभिन्न पदों पर कार्य किए हैं, इन्होंने डीईओ सतना, डीईओ रीवा व संचालक खेल अवधेश प्रताप विश्वविद्यालय रीवा जैसे पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। श्री तिवारी को 2012 में लाइफटाइम अचीवमेंट का पुरस्कार भी नई दिल्ली द्वारा प्रदान किया गया। श्री तिवारी विभिन्न जिलों में विभिन्न खेलों के अध्यक्ष भी रह चुके हैं जिसमे रीवा सतना व सीधी भी शामिल है। इसके अतिरिक्त ये कई राष्ट्रीय खेलों के संयोजक भी रह चुके हैं इतना ही नहीं ये अन्य सभी सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते रहे हैं। इन्हें मुख्य सचिव मध्य प्रदेश द्वारा बेस्ट उद्घोषक का पुरस्कार भी दिया जा चुका है।

श्री तिवारी वर्तमान में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त होने के पश्चात अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है, इसके साथ ही विंध्य एकता परिषद मध्य प्रदेश के प्रदेश संयोजक भी हैं । डीईओ पद से रिटायर्ड हो चुके मोहनलाल की सक्रियता की खनक जैसे प्रशासनिक गतिविधियों में हुआ करती थी ठीक उसी तरह आज सामाजिक गतिविधियों में कायम है अखिल भारती ब्राह्मण महासभा के बैनर तले श्री तिवारी ने देशभर के विप्रो को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है वर्तमान में करीब 1 लाख से अधिक विप्र इस संगठन के सदस्य हैं खासतौर से विंध्य क्षेत्र के सतना रीवा सीधी सिंगरौली शहडोल उमरिया एवं अनूपपुर के जिलों में विशेष अभियान चला कर विप्र समुदाय को एकता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। बाहर हाल यह संभव नहीं है फिर भी उनके प्रयास अनुकरणीय हैं ।

सरल व सहज व्यक्तित्व के धनी श्री तिवारी ने अपनी प्रशासनिक सेवा काल में उल्लेखनीय कार्य किया है इसे रीवा का जनमानस कभी भूल नहीं सकता शिक्षा का क्षेत्र हो चाहे खेल का क्षेत्र हो या फिर सोशल सभी विधाओं में दक्ष हैं ।


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👉 पंकज पाण्डेय ✍️
एडवोकेट

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विधि के क्षेत्र में चर्चा आज एक नवोदित युवा तुर्क अधिवक्ता की जो बहुत कम समय में अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराने में कामयाब रहे हैं । वह हैं एडवोकेट पंकज पाण्डेय जिनका जन्म 1 जनवरी 1986 को बैरिहा मिश्रान तहसील गोपद बनास जिला सीधी स्थित एक सामान्य परिवार में हुआ था जो वर्तमान में दक्षिण करौदिया मे निवासरत है इनकी शिक्षा दीक्षा सीधी मे ही हुई संजय गांधी महाविद्यालय सीधी से BA, LLB की पढ़ाई पूर्ण कर वर्ष 2011 में वकालत का लाइसेंस प्राप्त कर सीनियर अधिवक्ता लक्ष्मण प्रसाद द्विवेदी जी के जूनियर बतौर विधि व्यवसाय की शुरुआत की जो अनवरत आज भी मेहनत परिश्रम के साथ इसी पेशा मे जमे हुए हैं ।

एडवोकेट पंकज वर्ष 2018 से 2021 तक जिला अधिवक्ता संघ सीधी के कोषाध्यक्ष के दायित्व का बाखूबी निर्वहन किया , श्री पाण्डेय भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं छात्र जीवन से ही राजनीति की ओर इनका लगाव था और इसी के चलते बहुत कम उम्र में जिला सहकारी बैंक के बैक प्रतिनिधि वर्ष 2007 से लगातार 2015 तक रहे इसी बीच भाजयुमो के नगर मंत्री के दायित्व पर रहे उसके बाद भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला मंत्री भी रहे वर्तमान में विधि प्रकोष्ठ के संयोजक के दायित्व पर है, पंकज पाण्डेय विधानसभा निर्वाचन के दौरान शिकायत सेल के प्रभारी रहे व सीधी संसदीय क्षेत्र निर्वाचन के लीगल सेल प्रभारी के दायित्व का भी जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन किया । इस युवा चेहरे में चाहे वकालत का क्षेत्र हो अथवा राजनीति का दोनों क्षेत्रों में असरदार उपस्थिति के साथ कुछ नया व अच्छा करने की सोच के साथ आगे बढने की ललक तो है किंतु कतिपय कारणों बश मुकाम हांसिल नही हो पाता ।

दो नांव की सबारी में सबार पंकज चाणक्य नीति में दक्ष हैं जो स्वाभिमान से कभी समझौता नही करते , नफा और नुकसान को दरकिनार करते हुये अनर्गल झुकना उनकी फितरत में नही है ,और ... हां दोस्तों से दोस्ती निभाने के मामले में वह जितने मशहूर हैं ठीक दुश्मन के लिये विपरीत भी हैं । आज के युवा कल के कर्णधार के लिये आज अगर आवश्यकता है तो सिर्फ और सिर्फ स्थायित्व की ...


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👉 विजय विश्वकर्मा ✍️
वरिष्ठ पत्रकार
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चेहरे चर्चित चार में एक ऐसे पत्रकार की चर्चा हो रही है जो पत्रकार होने के साथ साथ तकनीकी और शोषल क्षेत्र में भी अग्रणीय हैं , सहज ,सरल और सादगी अंदाज़ की पत्रकारिता में जब बात होती है तो विजय विश्वकर्मा रीवा पहले पायदान पर जाने जाते हैं। लिखावट की कसक उनकी विशेष पहचान है। समाज सेवा,गांव गव में जाकर सकारात्मक खबरें बनाकर शासन की योजनाएं घर-घर तक पहुंचाना गरीबों की मदद को यह खबर का मकसद रहा है। विजय विशकर्मा का जन्म 28 जनवरी 1979 को रीवा में हुआ है ।

बात करे इनकी शैक्षणिक योग्यता की B.COM,LLB,BjMC,स्टेनोग्राफी,हार्डवेयर मेंटीनेंस,साफ्टवेयर DCPA आदि है इन्होने 2003 से पत्रकारिता की शुरुआत ETV नेटवर्क रीवा से बतौर वीडियो एडिटर के तौर पर की थी |इसके बाद 2006 में IBN 7 में रीवा संवाददाता, वर्ष 2007 में VOi रीवा व 2009 से निरंतर राष्ट्रीय न्यूज चैनल "आजतक " न्यूज चैनल में बतौर रिपोर्टर आज भी अपनी सेवाए दे रहे है । खास बात तो यह है कि आर्ट कल्चर में भी इनकी विशेष भूमिका रीवा में देखने को मिली है 80 वर्ष बाद राजकुमार परिवार की वापसी हुई , 2 जून 2018 में कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम का लोकार्पण कार्यक्रम विजय की पहल पर सम्पादित हो सका था , जिसमें फिल्मी हस्ती, अभिनेता निर्माता और निर्देशकों की मौजूदगी ने रीवा का मान वढाया था ।

विंध्य क्षेत्र के संभागीय मुख्यालय रीवा के एक सामान्य परिवार मे जन्मे विजय ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अनेक मुद्दों पर प्रशंसनीय कार्य किया है इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के मार्फत इन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की छोटी-छोटी समस्याओं को भी प्रमुखता देकर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है । इतना ही नहीं श्री विजय द्वारा अपनी स्वयंसेवी संस्थान के बैनर तले विकासात्मक गतिविधियों के क्रियान्वयन में भी महती भूमिका अदा की है। वर्तमान पत्रकारिता के दौर से अलग हटकर कार्य करने वाले विजय की कलम की बखान करना सामने वाले को अतिशयोक्ति लगेगा लेकिन वाकई विजय की कलम काबिले तारीफ है।

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