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चेहरे चर्चित चार,नेता अफसर - विधिक पत्रकार.....

आदरणीय पाठक बंधु
सादर अभिवादन स्वीकार हो।
हम आपके लिए एक ऐसा धारावाहिक लेख प्रस्तुत कर रहे है, जिसमे चार ऐसे लोंगो की जानकारी विशेष है , जिन्होंने विभिन्न अलग अलग क्षेत्रो पर बहुत अच्छा कार्य करके लोंगो का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है, जैसा कि आप हेडिंग से उन कार्यक्षेत्रों के बारे में समझ गए होंगे।
मेरी पूरी कोशिश होगी कि उनलोंगो के जीवन के कुछ रोचक, सुखद, और संघर्ष के बारे में जानकारी इकट्ठा करके लिख सकूं, और सहज शब्दो के माध्यम से उस भाव को आपके सामने प्रकट कर सकूं, जिससे आप किसी भी घटना क्रम को पूर्ण रूप से सही समर्थन दे सकें।
आपका
सचीन्द्र मिश्र
सीधी

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📱 चेहरे चर्चित चार📱
नेता अफसर - विधिक पत्रकार
जिनकी कहानी कलम लिखेगी " समाजसेवी " व्यापारी और वैद्य रचनाकार ।


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👉 बृजविहारी लाल शर्मा ✍️
पूर्व अध्यक्ष
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कभी गाड़ी नाव पर तो कभी नाव गाड़ी पर यूं कुछ इस कदर कर गुजरने वाली परिस्थितियों से हार नही मानने वालों में से सुमार एक चेहरा जो समाज के लिये प्रेरणादायक है । अगर आप खुद को प्रेरित कर सके तो फिर कुछ भी कठिन नहीं है किसी शायर ने कहा है…
कौन कहता है आसमां में सूराख हो नहीं सकता , एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों … जी हां हम बात कर रहे हैं बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष बृजविहारी लाल शर्मा की जिनका जन्म 03-08-1956 को अमरवाह नामक गांव में एक सामान्य परिवार में हुआ था, श्री शर्मा की प्राथमिक शिक्षा करगिल में हुई , इनके पिता कलेक्ट्रेट में ओएस रहे इस नाते इनकी उच्च शिक्षा की पढाई सीधी मे हुई । ये मेधावी छात्र रहे हैं कालेज के दिनों मे उस समय के छात्र नेता रहे वर्तमान विधायक सीधी केदारनाथ शुक्ल के नेतृत्व में उस टीम का हिस्सा रहे तथा जेल फेलो भी रहे , स्नातक की पढ़ाई के उपरांत देशभक्ति जनसेवा के लिए पुलिस विभाग में सव इंस्पेक्टर की परीक्षा में भाग लिए किन्तु भाग्य साथ नहीं दिया उसके बाद ये व्यापार के क्षेत्र में अपना भाग्य आजमाने चले जहाँ एक अच्छे संविदाकार के रुप में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे । तथा एक बडे़ ठेकेदार की गिनती में नाम सुमार हुआ इसी बीच जीबी स्टोन क्रेसर का भी संचालन करने लगे, व्यापार व्यवसाय मे जब अच्छी प्रतिष्ठा हासिल हुई उसी दौर में राजनीति का रंग चढने लगा वर्ष 1998 मे गोपद बनास विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी केदारनाथ शुक्ल जी के समर्थन में प्रचार प्रसार में सक्रिय रूप से भाग लेकर अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत किया, श्री शुक्ल जी विधायक निर्वाचित होने के बाद इन्हें जिला पंचायत में अपना विधायक प्रतिनिधि नियुक्त किया वही से सक्रिय रूप से पुनः विधायक जी के साथ कदमताल करते दिखे इसी बीच भाजपा संगठन मे सीधी ग्रामीण मंडल के उपाध्यक्ष बने वर्ष 2004 मे जब पूर्व सांसद गोविन्द मिश्र जी भाजपा के जिलाध्यक्ष बने तब श्री शर्मा को विधायक केदारनाथ शुक्ल के संहयोग से महामंत्री वनाया गया । और इतना ही नही वर्ष 2006 मे पार्टी संगठन द्वारा बृजविहारी लाल शर्भा को भाजपा जिलाध्यक्ष पद से नवाजा गया इनके कार्यकाल में 2008 का विधान सभा चुनाव , नगर पालिका परिषद् सीधी व नगर पंचायत रामपुर नैकिन मे भाजपा की शानदार जीत हुई तथा वर्ष 2009 मे लोकसभा का चुनाव इन्ही के अध्यक्षी कार्यकाल में कराया गया , लम्बे अर्से बाद सामान्य सीट होने पर गोविन्द मिश्र जी सांसद निर्वाचित हुये थे । ऐनकेन श्री शर्मा के कार्यकाल में भाजपा का जनाधार बढा इसमें कोई दो राय नही ... संगठन व सत्ता दोनों के बीच में समन्वय स्थापित करने वाले श्री शर्मा कार्यकताओं का खूब सम्मान देते थे एवं बडे सहजता सरलता के साथ लोगों से मिलते, आज भी भाजपा के कार्यकर्ता बृजविहारी लाल शर्मा जी के कार्यकाल के मुरीद हैं ।

बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व उद्दमी श्री शर्मा शुरू से ही एसबीएम के प्रतीक रहे हैं , मजाल क्या कि इनके आसपास कंही गंदगी दिख जाय , साफ सफाई के बड़े शौकीन सूट बूट के साथ सदैव नीट एंड क्लीन रहने वाले श्री शर्मा मानते हैं कि राजनीति में मुझे सीधी विधायक श्री केदारनाथ शुक्ल जी ने लाया यह कहना अतिश्योक्ति नही होगा । अंत में यही कहाँ जा सकता है कि श्री शर्मा जब व्यवसाय मे रहे वहाँ भी और जब राजनीति में आए तब भी इनके कार्यो की तारीफ आज भी लोग करते हैं ।
उनके अटूट मेहनत के चलते उनके बारे में कहा जाता है कि वह दो दशक पूर्व जब जैसा चाहते थे वह साकार भी होता था व्यापार और राजनीति दोनों को वह जूनून नहीं मानते थे बल्कि वह इसे आम आदमी के लिए सेवा मानते थे । बताते चलें कि उनके द्वारा बनाया गया जीबी नामक एक व्यावसायिक ग्रुप खूब सुर्खियां बटोरा ...और लम्बे समय तक फलाफूला किंतु कतिपय कारणोंवश बिखर भी गया । और हालात क्या हुये यह भी किसी से छुपा नही ...? वहरहाल बृजविहारी वर्तमान दुनिया दारी से मुक्त होकर जंहा जैसे हैं अच्छे हैं ।


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✍️ सुजीत मिश्र✍️
संहायक जिला परियोजना समन्वयक


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आज हम जिस अधिकारी की चर्चा करेगें उसका सीधी जिले की शिक्षा व्यवस्था में कही न कही विशेष योगदान रहा है, जिन्होंने एक गाव से शुरुआत कर विदेशो तक की यात्राये की और जिले का नाम कंही न कही अग्र पंक्ती में लाये जी हाँ आज हम बात कर रहे है जिले के शिक्षा विभाग में पदस्थ संहायक जिला परियोजना समन्वयक, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान जिला सीधी के डॉ सुजीत कुमार मिश्र की......

डॉ सुजीत कुमार मिश्र मिश्र का जन्म जिले के सेमरिया क्षेत्र अंतर्गत मनकीसर स्थित एक सामान्य परिवार में हुआ, इन्होने स्कूली शिक्षा 8 वी कक्षा तक अपने ग्राम व , 12 वी की पढ़ाई सेमरिया से पूर्ण की,सीधी जिले के संजय गांधी महाविद्यालय से इन्होने एमएससी करने के उपरांत अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा से पीएचडी की इसी दौरान पीएचडी के समय शोध पत्र वाचन के लिए इन्होने विदेश यात्राये भी की जिसमे 2003 में जापान, 2004 मे इटली और जर्मनी का भ्रमण किया, एयर इंडिया की तरफ से इन्हें 2004 में बोल्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया ।

इनकी उपलब्धिया यंही नही समाप्त होती इन्हें विज्ञान प्रसार नई दिल्ली द्वारा वर्ष 1999 मे राष्ट्रीय स्तर की क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ , विज्ञान भारती और प्रसार भारती की तरफ से वर्ष 1999 में क्विज कांटेस्ट में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ । इंटरनेशनल कान्फ्रेंस : 2003 में जापान, 2004 में इटली, 2005 में पुणे, व 2007 में और 2012 में पुणे कुल 5 में इन्होने हिस्सा लिया, जबकी इन्होने, 30 राष्ट्रीय स्तर की कांफ्रेंस में शामिल होकर अपने रिसर्च पेपर का वाचन किया जिसमें बेंगलुरु, भोपाल, रांची, कोट्टायम, सागर, जयपुर, झांसी, विशाखापट्टनम, अहमदाबाद, ऊटी, जबलपुर, कोलकाता, राजकोट, जयपुर, गुवाहाटी, मुंबई, इलाहाबाद, तिरुवनंतपुरम, इंदौर, लखनऊ, उज्जैन के इंस्टिट्यूट में शोध पत्र का वाचन किया गया ।

13 रेपुटेड जनरल्स में रिसर्च पेपर पब्लिश हुए , गत वर्ष सीधी जिले का हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम मध्यप्रदेश में सर्वाधिक 28 फ़ीसदी की वृद्धि हुई और सीधी जिला 50 वें स्थान से तीसरे स्थान में रैंकिंग में पहुंचा इसी प्रकार से हायर सेकेंडरी परीक्षा परिणाम में संभाग मे सर्वाधिक वृद्धि के साथ प्रदेश की रेकिंग मे 13वे स्थान पर रहा है । कंहीं न कंही शिक्षा के क्षेत्र में जिला और खुद का नाम रोशन करने वाले सुजीत का चेहरा सुर्खियों में होना लाजिमी है , किंतु एक शिक्षक की इस उंचाई को देख बिरोधियों का विरोधाभास कष्टप्रद भी है ।


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👉 शंकरदयाल शुक्ल✍️
वरिष्ठ अधिवक्ता
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विधिक क्षेत्र में आज जिनकी चर्चा करने जा रहा हूँ वह एक निडर निर्भीक व्यक्तित्व के धनी सीनियर एडवोकेट है शंकर दयाल शुक्ल जिनका जन्म 30 अक्टूबर 1963 को सीधी शहर के समीप स्थित ग्राम पडरा मे हुआ था इनकी शैक्षणिक गतिविधियां सभी सीधी मे हुई MA LLB की डिग्री संजय गांधी महाविद्यालय सीधी से प्राप्त कर वर्ष 1990 में काली कोट धारण कर जिला न्यायालय सीधी मे वकालत की शुरुआत की जो निर्वाध रूप से आज भी जारी है , अपने मेहनत व परिश्रम के बलबूते वकालत के क्षेत्र में अपनी एक पहचान बनाने में श्री शुक्ल जी कामयाब रहे हैं ।

छात्र जीवन में ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के भाषणों प्रभावित होकर वर्ष 1985 मे भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेली और आज भी भाजपा का सक्रिय सदस्य बने हुए हैं, सन 2012 से 2014 तक ये भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक के दायित्व का निर्वहन भी श्री शुक्ल के द्वारा किया गया , वर्ष 2015 मे इनकी नियुक्ति अतिरिक्त शासकीय अधिवक्ता के रूप मे की गई जिसका निर्वहन ईमानदारी के साथ इनके द्वारा किया गया मार्च 2020 से जुलाई 2021 तक इन्हें प्रभारी शासकीय अधिवक्ता के दायित्व को संभाला, श्री शुक्ल जी अपनी बात बिना लाग लपेट के सीधे करते हैं तथा स्पष्टवादिता के लिए जाने जाते हैं ।


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👉संदीप सिंह गहरवार✍️
राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार
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-आज हम बात करने जा रहे हैं ऐसे कलम के जादूगर की जो वर्तमान में राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार हैं,साथ ही राजस्व एवं परिवहन मंत्री के पीआरओ है तथा इन्हें इनकी कलम की बदौलत कई सम्मानों से भी नवाजा गया है, सीधी जिले में भी इनकी पत्रकारिता के कई किस्से हैं जी हां हम बात कर रहे हैं राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार संदीप सिंह गहरवार की.....
संदीप गहरवार का जन्म 26 जुलाई 1975 को सीधी जिले में ही हुआ, इनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा भी सीधी जिले में ही हुई इन्होंने पत्रकारिता एवं जनसंचार तथा पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है ।

संदीप द्वारा अपने गृह जिले सीधी में फरवरी 1994 से 14 मई 2008 तक पत्रकारिता में कार्य किया गया| ये श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला इकाई सीधी के जिला महासचिव व बाद में जिला अध्यक्ष भी रहे हैं । संदीप गहरवार अपनी कलम और खबरों से राजनीतिक रिपोर्टिंग को नया आयाम देते आए हैं पत्रकारिता एवं जनसंचार तथा पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन में मास्टर डिग्री प्राप्त संदीप ने सतना से प्रकाशित हिंदी दैनिक नेशनल टुडे न्यूज़ से बतौर ट्रेनी रिपोर्टर पत्रकारिता की शुरुआत की यहां 4 साल तक काम करते हुए रिपोर्टिंग की बारीकियां जानी सीखें और बाद में दैनिक भास्कर सतना में प्रमुख सिटी रिपोर्टर हो गए भास्कर में काम करते हुए अपनी राजनीतिक रिपोर्टिंग से विंध्य क्षेत्र के राजनीतिकारों को हिला दिया सीधी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष के चयन को लेकर लिखी गई खबर ने खूब सुर्खियां बटोरी थी, बाल मजदूरी पर लिखी खबर जिम्मेदारी के बोझ तले दबता बचपन स्पेशल स्टोरी ने संदीप को पत्रकारिता जगत में स्थापित कर दिया, दैनिक भास्कर सतना के बाद रीवा से प्रकाशित कीर्ति प्रभा के ब्यूरो प्रमुख हो गए यहां अपनी पत्रकारिता से युवा पीढ़ी को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वर्ष 2003 में दैनिक जागरण में बतौर राजनीतिक रिपोर्टर संदीप के चुनावी विश्लेषण तथा तत्कालीन पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अजय सिंह को लेकर लिखी खबर ने खूब सुर्खियां बटोरी थी इसके बाद 2005 में दैनिक समय जगत में सिंगरौली पावर प्लांट को लेकर की गई संदीप की स्पेशल स्टोरी ने भोपाल से लेकर दिल्ली तक खूब तहलका मचाया और उन्हें एक खोजी पत्रकार के रूप में नई पहचान दिलाई ।

इसके उपरांत संदीप राजधानी भोपाल पंहुच गए और 3 सालों तक समय जगत में समाचार संपादक रहे फिर अच्छा ऑफर मिला तो संदीप ने अक्टूबर 2011 में जन जन जागरण ज्वाइन कर लिया संदीप के काम और योग्यता को देखते हुए प्रबंधन ने जन जन जागरण झांसी संस्करण का प्रभारी बनाया इस बीच कुछ परिस्थितियां बदली तो संदीप ने जन जन जागरण को छोड़कर एक बार फिर समय जगत अखबार में स्टेट हेड के रूप में दूसरी पारी की शुरुआत की जो कि 8 महीने ही चल पाई उन्हें अचानक बीमारी के चलते 13 महीने के अवकाश पर रहना पड़ा । सेहतमंद होकर संदीप ने दिसंबर 2017 से दबंग दुनिया के वरिष्ठ राजनीतिक रिपोर्टर के रूप में कमान सम्हाली श्रेष्ठ पत्रकारिता के लिए इन्हें कई सम्मान पुरस्कार मिल चुके हैं, इनमें 2017 में शिरोमणि सम्मान प्रमुख है इस बीच इन्हें तत्कालीन पर्यटन मंत्री सुरेंद्र बघेल द्वारा नेशनल बिल्डर अवार्ड से सम्मानित किया गया दिसंबर 2020 में प्रदेश की बड़ी सामाजिक संस्था नव उददव द्वारा कोरोना योद्धा से सम्मानित किया गया और हाल ही में 1 अगस्त को केसरिया हिंदू अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा कोविड योद्धा के सम्मान से नवाजा गया । संदीप वर्तमान में जर्नलिस्ट एसोसिएशन आफ मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, संदीप की पारी यहीं तक रुकने वाली नहीं थी उन्होंने 5 जनवरी 2019 को दबंग को अलविदा कर 6 जनवरी से ग्वालियर भोपाल इंदौर से एक साथ प्रकाशित दैनिक स्वतंत्र समय समूह में संपादक के रूप में एक और नई पारी शुरू की जो अनवरत 25 सितंबर 2020 तक चल ही रही थी की प्रदेश के तत्कालीन और वर्तमान राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के कार्यों से प्रभाइ संदीप ने बतौर पीआरओ उनके विभाग के कामकाज को संभाल लिया, संदीप के दायित्व संभालते ही राजस्व एवं परिवहन विभाग के कार्यों और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के नवाचार की ब्रांडिंग जमकर न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश के दूसरे राज्यों तथा सात समंदर पार भी पहुंच रही है। संदीप इसके साथ अभी भी देश के विभिन्न समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं। और इस दायित्व को भी सभाल रहे हैं।

अंत में यही कंहूगा कि विंध्य की धरा सीधी के एक शिक्षक परिवार में जन्मे चर्चित चेहरों में सुमार इस कलमकार ने राजधानी भोपाल में अपनी कलम का जादू बिखेरने में बड़ी कामयाबी हांसिल की है । संदीप एक अच्छे पत्रकार के साथ साथ समाजसेवी व मृदभाषी हैं हम जैसे पत्रकार उनकी प्रतिभा व व्यक्तित्व के आज भी मुरीद हैं ।

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