सीधी (ईन्यूज एमपी)- कलेक्ट्रेट कार्यालय के राजस्व अमले से कल दो विभूतियां सेवानिवृत्त हो गई जिसमें एक सहृदय व सरल व्यक्तित्व के धनी अधिकारी है तो दूसरे राजस्व का सर्वस्व ज्ञान रखने वाले लिपिक है, जी हां हम बात कर रहे हैं गोपद बनास तहसीलदार लक्ष्मीकांत मिश्रा व एसडीएम गोपद बनास शाखा में पदस्थ सूर्यनारायण सिंह उर्फ सेंगर बाबू की। सीधी जिले के कलेक्ट्रेट में पदस्थ तहसीलदार गोपद बनास लक्ष्मीकांत मिश्रा जी कल अपनी सेवा पूर्ण कर सेवानिवृत्त हो गए। इस अवसर पर कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी द्वारा उन्हें ससम्मान विदाई दी गई, लक्ष्मीकांत मिश्रा जिले में बेहद ही सरल सहज अधिकारियों में सुमार थे, आम आदमी से मिलने जुलने का तरीका उनका बेहद ही सादगी पूर्ण व स्थिति के अनुरूप होता था, दूरदराज से आने वाले लोगों से उन्हीं की भाषा में उनकी समस्या का समाधान सुझाना व यथासंभव समस्या का निदान लक्ष्मीकांत शर्मा बेहद ही अच्छी तरीके से जानते थे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने नियमों के साथ साथ आम जनमानस के हितों को भी ध्यान में रखते हुए अपने कार्य किए हैं। वही बात करें दूसरी विभूति की तो जिले में शायद ही कोई ऐसा हो जो इन्हें ना जानता हो रौबदार मूछों के साथ अपने दायित्व पर डटे हुए सूर्यनारायण सिंह उर्फ सेंगर बाबू को कौन नहीं जानता सेंगर बाबू एसडीएम गोपद बनास शाखा की रीढ़ माने जाते थे। कार्य कैसा भी हो समय चाहे जो हो अपने दायित्व पर एकदम डटे हुए मिलते थे राजस्व की सभी बारीकियों से पूर्ण सेंगर बाबू ने करीब 38 वर्षों तक कलेक्ट्रेट कार्यालय के विभिन्न शाखाओं में अपनी सेवाएं दी लेकिन एसडीएम कार्यालय मे दी गई इनकी सेवाएं विशेष सराहनीय है। चाहे चुनाव का सीजन हो या फिर भू अर्जन का कार्य सभी दस्तावेजों व व्यवस्थाओं को एकदम सही रखना सेंगर बाबू की खासियत है सेंगर बाबू कलेक्ट्रेट कार्यालय में एक ऐसा नाम था जिससे हर एक को काम था कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी द्वारा कल सेवा निवृत्त हुए तहसीलदार लक्ष्मीकांत मिश्रा, सूर्यनारायण सिंह उर्फ सेंगर बाबू व एक अन्य लिपिक को पुष्प शाल श्रीफल देकर विदाई दी गई।