भुईमाड़(ईन्यूज एमपी)- मामला सीधी जिले के आदिवासी विकासखंड कुशमी के प्रथामिक स्वास्थ्य केन्द्र भुईमाड़ का है, जिले मे स्वास्थ्य विभाग लोगों को सुविधा प्रदान करने मे कितना समक्ष हैं, यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है, तो वहीं लोगों को एम्बुलेंस के माध्यम से बेहतर सुविधा मिल सके इसलिए सरकार की मंशा होती हैं कि प्रदेश के हर नागरिक तक बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकें, एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की भी यहीं इच्छा होती है लेकिन यहां पर कुछ अलग ही देखने को मिल रहा है, आपको बता दें कि आदिवासी विकासखंड कुशमी के शासकीय प्रशामिक स्वास्थ्य केन्द्र भुईमाड मे प्रदान भुईमाड क्षेत्र के लिए बिधायक निधि से क्षेत्रीय धौहनी बिधायक कुँवर सिंह टेकाम के द्वारा बिधायक निधि से एम्बुलेंस प्रदान की गई थी, जो कुछ दिनों तक निशुल्क रूप से भुईमाड क्षेत्र मे सेवाएं दी,जिसके बाद फिर मरीजों से 10 रूपये किलोमीटर से हिसाब से पैसे लेने के बाद सेवाएं दी, फिर कुछ दिनों से बाद बंद हो गई, और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भुईमाड के कैंपस में पिछले दो सालों से भी ज्यादा दिनों से खडी़ हो गई थी, जो कि सडक पर नहीं चल रही थी, और जब खबर के माध्यम से जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों तक जानकारी पहुंची तब उस एम्बुलेंस को मरम्मत के लिए जिला माँगा लिया गया, किंतु चार माह पहले ही मरम्मत के लिए गई हुई एम्बुलेंस अभी तक वापस नहीं आई, ऐसे में क्षेत्रीय लोगों के मन में तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर में भुईमाड़ पीएचसी मे खडी़ बिधायक निधि से प्राप्त एम्बुलेंस आखिर में मार्च माह से ही कहाँ गायब हो गई, और अगर आखिर में बनने गई तो वापस क्यूं नहीं लौटीं।