मुख्यमंत्री ने खुद कहा था आक्सीजन की कमी से मौतों के कारण सो नहीं पाये सीधी (ईन्यूज एमपी)-आक्सीजन की कमी से मृत्यु नहीं होने जैसे केन्द्र सरकार के इस सदी के महानतम झूठ के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार और उसके मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी झूठ बोलने लगे कि आक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री के रूप से शिवराज सिंह चौहान को इस झूठ का खंडन करना चाहिए और स्वीकार करना चाहिए कि आक्सीजन की कमी से प्रदेश में मौते हुई है । विधायक व पूर्व मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से सवाल किया कि वे सच के साथ हैं या केन्द्र के झूठ के साथ खडे हैं। उन्होने कहा कि यदि केन्द्र सरकार के साथ हैं तो मुख्यमंत्री को आधिकारिक बयान देना चाहिए कि आक्सीजन की कमी से प्रदेश में कोई मृत्यु नहीं हुई है। अस्पतालों में आक्सीजन थी। आक्सीजन की कमी के लिये मुख्यमंत्री ने न तो रक्षा मंत्रालय और न ही किसी संस्था से बात की । श्री पटेल ने कहा कि शिवराज सरकार का कोई भरोसा नहीं । भविष्य में सरकार कभी भी घोषणा कर सकती है कि कोरोना की दूसरी लहर नहीं आई। लोगो की जान कोरोना से नहीं अन्य बीमारियों से गई। श्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि मध्यप्रदेश को आक्सीजन मिलने में कुछ राज्य बाधा पहुंचा रहे हैं। उन्होने एक्टिंग करते हुए खुद कहा था कि वे आक्सीजन से हो रही मौतों के दुख में रात रात भर सो नही पाये। अब केन्द्र के झूठ से जाग उठे हैं। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार ने एक प्रकार से राज्यों पर अविश्वास कर झूठे आंकडे देने का आरोप लगाया है जिसके कारण केन्द्र को कहना पड़ा कि आक्सीजन से कोई मौत नहीं हुई। इस तरह केन्द्र सरकार ने खुद सदी का महानतम झूठ बोलकर इसका इल्जाम भी राज्य सरकार पर लगा दिया। पूर्व मंत्री ने कहा कि जब तक सरकार सच को स्वीकार नहीं करेगी तब तक मृतकों की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी व मृतकों के परिजनों की सहायता नहीं कर सकती। जब तक सरकार कोविड से मौत के आंकडे जनता को नहीं बताती तब तक सरकार का हर प्रयास निरर्थक साबित होगा। उन्होने कहा कि दिन दहाडे झूठ बोलकर केन्द्र सरकार ने साबित कर दिया कि वह सिर्फ झूठ बोल सकती है। उन्होने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अभी तक केन्द्र के झूठ का कोई खंडन नहीं किया है। इसका साफ मतलब है कि उन्हें झूठ पसंद है। लेकिन जनता सच जानती है । अब झूठ ज्यादा नहीं चलेगा।