सीधी (ईन्यूज़ एमपी) जिले की ग्राम पंचायत भीतरी में मनरेगा योजना के अंतर्गत चल रहे विकास कार्यों से असंतुष्ट सरपंच ने अपने ही जीआएस पर सबाल खड़े कर दिये हैं , सरपंच ने जीआएस के खिलाफ कलेक्टर से फरियाद की है । पंचायत में मस्टर रोल एवं श्रमिको के नाम क्रमांक 15288 रू 4248 मास्टर प्रमुख 15289 रू 9504 मास्टर रोल क्रमांक ₹15290 रुपए 9504 मास्टर रोल क्रमांक 15291 को सरपंच ने फर्जी मास्टर रोल का करार दिया है । दरसअल में भितरी ग्राम पंचायत के रोजगार संहायक अशोक यादव और सरपंच श्रीमती का मनभेद चल रहा है , करुणा भवन में अपनी गुहार लगाने के लिए पहुंची सरपंच ने रोजगार सहायक से लगातार परेशान होने का आरोप लगाया गया है । सरपंच विनातिया साकेत रोजगार सहायक की शिकायत लेकर कलेक्टर के पास मदद के लिए पहुंची सरपंच का कहना है कि रोजगार सहायक फर्जी लेबरों के नाम अपने सगे संबंधी चहेतों के नाम अंकित कर राशि का भुगतान करा रहे हैं , ऐसे निर्माण कार्य हैं यहां पर अर्थ वर्क नहीं हुआ है । लेकिन जमीनी हकीकत देखी जाए तो स्थित कुछ और वंया कर रही है , जब इस पूरे मामले की पुष्टि जीआएस भितरी अशोक यादव से की गई तो उन्होंने साफ जाहिर कर दिया है कि भितरी में विकास कार्य ठेके प्रथा और मशीनों से कराये जाते हैं , सुअरगात और कटौली के तथाकथित ठेकेदारों द्वारा पंचायत में पुलिया , नाली और गौशाला के कामों में सीधा दखल ही नही जेसीबी मशीनों से कार्य को अंजाम दिया गया है । सच्चाई जो भी हो लेकिन सूत्रों की माने तो भितरी पंचायत में एक ओर राजनीति आड़े आ रही है , तो दूसरी ओर ठेकेदारों का वर्चस्व विकास में वाधक वना हुआ है , जरूरत है निष्पक्ष जांच की ..जरूरत है विकास रूपी विचौलियों से पंचायत को निजात दिलाने की ...तभी तो गांधी जी का सपना पंचायती राज की परिकल्पना साकार होगी ।