सीधी (ईन्यूज एमपी)- लोक निर्माण विभाग सीधी अपनी मनमानी, लापरवाही, तानाशाही व भ्रष्टाचार के लिए ख्यति प्राप्त कर चुका है। यहां के कारनामे समय समय पर सुर्खियों में बने रहते हैं और बात करें इंजीनियरों व ठेकेदारों कि तो ये विभाग के पूज्य बने हुए हैं यानी ये कुछ भी करे सब जायज है....? जी हां बता दे कि भ्रष्टाचार हर जगह व्याप्त है अधिकारियों की अनदेखी भी जगजाहिर है लेकिन जिले का एक दफ्तर ऐसा भी है जहां लंबे समय से हेरफेर जारी है या यूं कहें भ्रष्टाचार की जड़े अत्यंत गहरी हो चुकी हैं लेकिन सब कुछ जानते हुए भी सब अंजान बने हैं। लोक निर्माण विभाग सीधी फर्जी भुगतान व तानाशाह रवैया के लिए सालों से सुर्खियों में है यहां कागजों का पुलिंदा तैयार कर लाखों की हेरफेर की जा रही है जिसमें विभागीय इंजीनियर और ठेकेदार मलाई मार रहे हैं। गौर करें जिले में होने वाले आरबी, एनआरबी और एआर फंडों की तो ठेकेदारों से सांठगांठ कर सब इंजीनियरों द्वारा भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है, व महज कागजों में या फिर गुणवत्ताहीना काम कर भुगतान लिया जा रहा है सरकारी दफ्तरों आवासों के रखरखाव के नाम पर ठेकेदारों द्वारा इंजीनियरों की मुहर के सहारे लाखों का वारा न्यारा किया जा रहा है, जिससे जिले के मुखिया व पुलिस कप्तान के आवास भी अछूते नहीं हैं। संक्षेप में कहा जाए तो इस विभाग के ठेकेदारों व इंजीनियरों के हौसले इतने बुलंद हैं, कि कहां किसके साथ भ्रष्टाचार कर रहे हैं यह भी नहीं देख रहे हैं अधिकारी चाहे जो हो, बाद में परिणाम चाहे जो भी हो पर अपनी आदत अनुसार लीपापोती में सक्रिय हैं आखिर इनकी सक्रियता और निडरता की वजह क्या है यह समझ से परे है.....