सीधी (ईन्यूज एमपी)- जनपद पंचायत सीधी के तीन इंजीनियरों को निर्माण कार्यों मे अनियमितता बर्ते जाने के आरोप में जनपद पंचायत सीधी के सीईओ ने कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाब मांगा है । बतादें कि निर्माण कार्यों में अनियमितता बर्ते जाने के आरोप में जनपद सीईओ राजीव मिश्रा ने उपयंत्री अजय शर्मा, जीपी द्विवेदी व बद्री प्रसाद बस्कल्ले को शो कॉज नोटिस पकड़ाया है। पूरे मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार इन उपयंत्रियों द्वारा मनरेगा के कार्यों का 100% से अधिक मूल्यांकन करने का आरोप है । मामले में इन तीन सब इंजीनियरों को नोटिस जारी कर 10 अगस्त के भीतर चाहे गये जबाब में भी कुछ गोलमोल जाहिर हो रहा है कारण कि किसी भी विकास यानी निर्माण कार्य में अकेले सब इंजीनियर दोषी नही होता क्यूंकि 100 प्रतिशत से अधिक व्यय के लिये एपीओ मनरेगा और संहायक यंत्री विनायक द्विवेदी जिम्मेदार हैं कार्य पूर्णता प्रमाण सहायक यंत्री द्वारा जारी किया जाता है तो उनके स्तर से कोई लिखित कार्यवाही क्यों नही हुई ....? कंहीं न कंही संहायक यंत्री विनायक द्विवेदी इस मामले से अछूते नही है फिर भी सीईओ। जनपद द्वारा उन्हे बंचाने की हिमाकत की जा रही है । नियमानुसार एसडीओ विनायक द्विवेदी पर भी गाज गिरने के आसार हैं और जनपद सीईओ द्वारा अभयदान देना जरुर कोई राज है ...? तीन उपयंत्रियों को नोटिस जारी कर सीईओ द्वारा अपना पल्लू झाड़ने पर जब सीईओ जिला पंचायत राकेश शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा है कि ऐसे दोषियों को वक्सा नही जायेगा । निर्माण कार्य में खासतौर से मनरेगा मामले में उपयंत्री , संहायक यंत्री , एपीओ सहित तीनों की बरावर भागीदारी होती है , 10 अगस्त के बाद जवाब हांसिल होने के उपरांत सीधी जनपद के सीईओ के प्रतिवेदन पर हम कार्यवाही करेंगें ।