सीधी (ईन्यूज एमपी)- विद्युत मंडल सीधी के डीई आर सी पटेल का स्थानांतरण निरस्त हो गया है, आरसी पटेल का आगमन सीधी जिले में कांग्रेस शासन काल में हुआ था और कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस की सत्ता आते ही कांग्रेश के स्थानीय नेताओं द्वारा अपने चुनिंदा कर्मचारियों में से आरसी को लाया गया था साथ ही जिले में तात्कालिक परिस्थितियों मे जातिवाद को भी इससे जोड़ा जा रहा था, लेकिन सत्ता परिवर्तन होते ही भाजपा कार्यकाल में डीई आर सी पटेल का स्थानांतरण सीधी जिले से बाहर कर दिया गया था। यंहा मजे की बात यह है कि भाजपा के कुछ नेताओं ने जाति पांति से ऊपर उठकर सामाजिक सरोकार के चलते जनहित में डिसीजन लेते हुये पूर्व में लगाए जा रहे कयासों पर लगाम लगा दी और आर.सी. पटेल को सीधी में यथावत रखने का आदेश थमा दिया । गौरतलब है कि वर्तमान में सत्ता परिवर्तन के बाद तबादलों का दौर जोर शोर से चला था लेकिन अब धीरे-धीरे शासन द्वारा अपने ही आदेशों को वापस लिया जा रहा है इसी तारतम्य में आज आर सी पटेल का स्थानांतरण निरस्त किया गया है जिसे जातिवाद से ऊपर सामाजिक सरोकार के रूप में देखा जा रहा है साथ ही विंध्य क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की दयालुता मानवता भी यंहा उजागर हो रही है। उल्लेखनीय है कि विंध्य क्षेत्र की राजनीति हमेशा दलगत से हटकर सोसलिस्ट रही है , अधिकांश चेहरे रहे हैं जिन्होंने इस तरह की सोच की बिसात रखी थी जो आज भी गिने चुने जनप्रतिनिधि व्यावस्था को कायम रखे हैं । दलगत से ऊपर उठकर सामाजिक ताने बाने को कायम रखे हैं और रखना भी नितांत आवश्यक है । बिजली विभाग का कार्यपालन अभियंता कोई बड़ी बात नही , बड़ी है तो सिर्फ आर.सी. पटेल की इंसानियत .... और यही कारण है कि बीजेपी के उन नेताओं ने कांग्रेस - भाजपा से ऊपर उठकर श्री पटेल की कुर्सी को यथावत रखा