सीधी (ईन्यूज एमपी)-संजय गांधी महाविद्यालय के एनसीसी प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ आई पी प्रजापति जी के द्वारा सभी एनसीसी कैडेटों को फोन और संदेश के माध्यम से निर्देश दिया गया कि सभी को अपने 'घर पर योग,और परिवार के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाना है साथ ही योग दिवस के बारे में जानकारी देते हुए स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि योग का अर्थ ही है- 'समत्वम् योग उच्यते' अर्थात, अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता, सुख-संकट, हर परिस्थिति में समान रहने, अडिग रहने का नाम ही योग है।और भारतीय संस्कृति के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है। 21 जून साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य जल्दी उदय होता है और देर से ढलता है इसीलिए ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। एनसीसी कैडेटों में प्रमुख रूप से दीपू प्रजापति शिवम सिंह, प्रकाश मिश्रा, पूर्णदेव मिश्रा धीरेन्द्र प्रजापति अजय तिवारी आदि कैडेट्स ।