सीधी (ईन्यूज एमपी)-मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के प्रत्येक जिले की स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की। सीधी एनआईसी कक्ष से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ए. बी. सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक आजीविका मिशन संजय चौरसिया सहित स्वयं सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वयं सहायता समूह द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर किए गए प्रयासों पर चर्चा की। उन्होंने समूह के द्वारा मास्क निर्माण, साबुन निर्माण, सैनिटाइजर निर्माण कर लोगों को समय से वितरण करने एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से ग्रामीणों के जन सहयोग की भावना से रोकथाम के प्रयास की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वयं सहायता समूह के सदस्यों कोविड-19 से बचाव से सावधानी रखने की सलाह दी। उन्होंने सभी को दो गज की दूरी बनाए रखने, चेहरा मास्क से ढँकने तथा सैनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए कहा है। सभी का साबुन से हाथ धोना तथा सार्वजनिक जगहों पर किसी को थूकने नहीं देने की समझाईस दी। उन्होंने कहा कि उक्त नियमों का पालन स्वयं करेंगे तथा ग्रामीणों को भी अनिवार्य रूप से कराएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि सरकार स्वयं सहायता समूह को आर्थिक स्वावलंबन बनाए जाने के लिए मास्क बनाने, गणवेश बनाने, टेक होम राशन, आंगनवाड़ी में राशन वितरण कार्य, नर्सरी कार्य, गौशाला का कार्य खेत तालाब, फलदार वृक्षारोपण, समस्त प्रकार के कार्य जिससे आर्थिक स्वावलंबन सुनिश्चित हो सकता है, के कार्य स्वयं सहायता समूह को प्रदाय किए जा रहे हैं। आप ज्यादा से ज्यादा लोग उक्त कार्यक्रमों का लाभ लें। इसके साथ ही दैनिक उपभोग वाले वस्तुएं आचार, पापड़, भगवान की मूर्ति , दोना पत्तल, रेडीमेड कपड़े , लक्ष्मी मूर्ति, गणेश मूर्ति, इत्यादि सामग्री का निर्माण करें तथा उन को स्थानीय स्तर पर बेचने का प्रयास करें। उक्त कार्य में शासन हर संभव मदद करेगी।समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक क्रांति की आवश्यकता है, अतः आप सभी दीदी आत्मनिर्भर बनाने की क्रांति चलाएंगे। समूह के सदस्य मेहनत करेंगे सरकार उनको सहयोग करेगी जिससे समूह की आजीविका गतिविधि सुनिश्चित हो सके। राज्य स्तर के कर्मचारियों एवं जिले स्तर के कर्मचारियों को समूह को आजीविका गतिविधि से जोड़ने हेतु कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जिले में आजीविका एक्सप्रेस की संभावना तलाशते हुए उसकी जानकारी राज्य कार्यालय को प्रेषित किए जाने के निर्देश दिए गए।मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक माह में स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से सीधे चर्चा करने का जानकारी दी गई जिससे समूह द्वारा किए जा रहे कार्यों को आदान-प्रदान किया जा सके। अंत में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने का नारा दिया है।