सीधी(ईन्यूज एमपी)- जिले में सारी आपदाओं की शुरुआत चुरहट विधान सभा क्षेत्र से हो रही है। गुरुवार को आये आंधी-तूफान ने एक आदिवासी महिला की बलि ले ली तथा जिले से बाहर जा चुका टिड्डी दल तेज हवाओं के कारण भटका तो लौट कर फिर से चुरहट पहुंच गया। आंधी-तूफान का व्यापक असर रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के तकरीबन सभी गांवों में पड़ा है। फलदार वृक्षों, बिजली के खम्भों व कच्चे घरों के छप्परों को उसने तहस नहस किया। जिला मुख्यालय से 75 कि.मी. दूर बुढ़गौना गांव में तूफान के कारण गिरी दीवाल की चपेट से अधेड़ आदिवासी महिला श्यामकली कोल की अकाल मौत हो गई। कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी ने खारा, खरहना, भैंसरहा एवं बुढ़गौना ग्रामों का भ्रमण किया। उन्होंने प्रभावित गांवों का सर्वे कार्य पूरी पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ करने के लिए कहा है। आंधी-तूफान के कारण दीवार गिरने से ग्राम बुढ़गौना की श्यामकली कोल की मृत्यु पर उनके निकटतम वारिस पति मोतीलाल कोल को 5 हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता प्रदान की गई है। इसके साथ ही कलेक्टर श्री चैधरी द्वारा राजस्व पुस्तिका 6(4) के अंतर्गत राहत प्रकरण बनाने के निर्देश दिया है। करोना के संक्रमण के बाद टिड्डी दल के आक्रमण की शुरुआत चुरहट क्षेत्र से ही हुई थी। प्रशासन के अथक प्रयास से इसे भगाया गया। किन्तु तेज आंधी-तूफान से भटक कर यह पुनः चुरहट तहसील के गांव पिपरहा, अमहा, देवरी पहुंच गया। इसे पुनः भगाने में प्रशासनिक अमला भी लाचार है। आंधी-तूफान के साथ गिरे पानी के कारण ध्वनि विस्तारक तथा कीटनाशक दवाओं के यंत्र प्रभावित क्षेत्र में पहुंच ही नहीं पा रहे हैं। विदित हों कि जिले में पहला करोना वायरस का पाजिटिव मरीज चुरहट क्षेत्र के ही गांव कोल्हूडीह में मिला था। अब यहां प्रभावितों की संख्या 5 हो गई है। छठा मरीज भी समीपी गांव बढ़ौना का है।