सीधी(ईन्यूज एमपी )- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. मिश्रा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में जल्द ही कोरोना वायरस (कोविड-19) की जांच हेतु ट्रू नेट मशीन उपलब्ध हो जाएगी। मशीन स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए जिला चिकित्सालय में कोविड लैब भी बनाई जा रही है। लैब का निर्माण अंतिम पायदान पर है। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों में कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चैधरी द्वारा निर्माणाधीन कोविड लैब और कोविड वार्ड का निरीक्षण किया गया। कलेक्टर श्री चैधरी द्वारा लैब स्थापित करने हेतु सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की जांच के लिए शासन से ट्रू नेट मशीन प्रदान की जा रही है, उस मशीन के द्वारा कोरोना जांच लैब को संचालित किया जा सकेगा। मशीन स्थापित करने के लिए आवश्यक निर्माण कार्य कराए गये है, जल्द ही जिले में कोरोना जांच का शुभारंभ किया जाएगा। आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मिश्रा द्वारा कार्य की प्रगति का अवलोकन किया गया। उन्होंने बताया कि यह मशीन जिले की आवश्यकतानुसार सेम्पल टेस्ट करने के लिए पर्याप्त क्षमता रखती है। शासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार विशेषज्ञों का कहना है कि यह मशीन टीबी जांच में इस्तेमाल की जाती है। इस मशीन द्वारा शरीर के किसी भी भाग में टी.बी. जैसे फेफड़े की टी.बी. में बलगम की जांच व अन्य अंगों की टी.बी. में वहां का द्रव, पस, या अंग का टुकड़ा प्रयोग कर यह जानकारी पता चलती है, कि टी.बी. है या नही।टी.बी. होने की स्थिति में यह भी पता लग जाता है कि टी.बी. सामान्य है या एम.डी.आर. टी.बी. है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोरोना की जांच के लिये इसमें नेट कार्टि्रज चिप लगानी पड़ेगी जिसके बाद इससे कोरोना की आसानी से जांच हो सकेगी। देश को 2025 तक टीबी मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसमें टीबी मरीजों की जांच के लिए नई टेक्नोलॉजी की होईटेक ट्रू नेट मशीन का उपयोग होना है। इस मशीन की खासियत यह है कि इससे टीबी के साथ कोरोना की भी टेस्टिंग संभव है इस मशीन की क्षमता 1 दिन में 20 से 25 जांच करने की है। पहले इस मशीन से स्क्रीनिंग टेस्ट को ही मंजूरी मिली थी जबकि कन्फर्मेट्री टेस्ट के लिए मेडिकल कॉलेज सैंपल भेजने के निर्देश मिले थे, लेकिन अब स्क्रीनिंग और कन्फर्मेट्री टेस्ट इसी मशीन से हो सकेगे जिससे जिले के लोगों की जांच हेतु नमूने मेंडिकल कालेज में अब नही भेजने पड़ेगे।