पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी) :-एक तरफ जहां पूरे देश के साथ मझौली क्षेत्र भी कोरोना वायरस के संक्रमण काल से गुजर रहा है जहां लोगों द्वारा अपने-अपने हैसियत के मुताबिक सहयोग स्वरूप जरूरतमंदों की सहायता किया जा रहा है लेकिन जब 75 वर्षीय वृद्धा सुकवरिया पति छोहन कोल निवासी ताला अपने मेहनत व पसीने की कमाई सीधी जिले के तहसील मझौली के ग्राम ताला में संचालित कैलाश स्वर्ण वृद्ध आश्रम में कोदौ का चावल जिसे स्थानीय भाषा में कोदई या भगर कहते हैं एवं वैश्विक भाषा में "पासप्लम स्कोर्बीकुलम" के नाम से जाना जाता है।उसके साथ ही महुआ फूल,अरहर,नमकीन, बिस्किट, शक्कर एवं चाय पत्ती वगैरह भी साथ में दिया गया जो समाज के लिए नजीर पेश करता है एवं समर्थवान लोगों के लिए प्रेरणा भी देता है कि जरूरतमंदों की मदद करना ही वास्तविक धर्म और पूजा है जिसके लिए धन की नहीं बल्कि मन की अमीरी होनी चाहिए जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है वही बृद्धआश्रम के संचालक शिवामणि तिवारी की माने तो इस तरह कई लोग वृद्ध आश्रम में सहयोग करने आते हैं जिनको देखकर आश्चर्य भी होता है और उनके भाव विचार को देख कर श्रद्धा भी पैदा होती है कि समाज के लिए ऐसे लोगों के मन में त्याग और समर्पण आज भी मौजूद है।