सीधी (ईन्यूज एमपी)- महामारी के डर से मजदूरों का पलायन तो सभी ने देखा मगर मजदूरों कि मजबूरी किसी को नहीं दिखी, रोजी-रोटी कि तलाश में बाहर गए श्रमिकों कि वर्तमान हालत का अंदाजा महज इसी बात से लगाया जा सकता है कि मकान का किराया न होने के कारण एक नवयुवक को अपने हाथों को तुड़वाना पड़ा है। जी हां बता दें कि दमन से चुरहट पहुंचे मझौली निवासी बाबू लाल मिश्रा ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि मकान मालिक ने किराया नहीं होने के चलते उसके साथ मारपीट कि व उसका हाथ तोड़ दिया,दमन से सीधी कि यात्रा का बखान करते हुए उसने आगे बताया कि किस तरह पैदल,ट्रेन, ट्रक व बस का सफर तय कर वो भूखा-प्यासा चुरहट पहुंचा है। और अभी अपने घर जल्द से जल्द पहुंचने कि इस में है,घर से दूर गया तो था रोजी-रोटी कि जुगाढ़ में लेकिन इस विदेशी महामारी ने सब खेल ही बिगाड़ दिया मिला तो कुछ नहीं पर अंग भंग हो गया। इन सब बातों पे गौर करें तो एक बात स्पष्ट हो जाती है कि शासन प्रशासन के प्रयास तब तक अधूरे है जब तक आम आदमी इसमें सहभागिता न करें और अगर ऐसा न हुआ तो आगे भी ऐसी परिस्थितियां उभर कर सामने आती हि रहेगी।